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फिल्मकार संजय अस्थाना की नई फिल्म आने के लिए तैयार है- "दिल धड़कता है तुम्हारे नाम से". जैसा कि फिल्म के शीर्षक से ही पता चलता है यह एक प्यार की कहानी है. साईनाथ इंटरनेशनल बैनर तले बनी इस फ़िल्म की निर्मात्री हैं अंजना श्रीवास्तव और कार्यकारी निर्मात्री हैं विद्या विवेक. फिल्म के निर्देशक संजय अस्थाना से हमारी बातचीत होती है तो वह बताते हैं कि "यह सिर्फ एक रोम- कॉम फिल्म नही है इसमें जीवनसे जुड़ा ट्विस्ट है जिससे आज की जनरेशन को एक सबक मिलेगा."
'दिल धड़कता है तुम्हारे नाम से" का कथा सूत्र जुड़ा है एक सामान्य मध्यवर्गीय परिवार की कहानी से. एक बाप लड़के की पराविश में सब दाव पर लगा देता है. लड़के की अच्छी कंपनी में मैनेजर की नौकरी लग जाती है. लड़का मां बाप के दबाव में आकर शादी भी कर लेता है. लेकिन वह अपने बचपन के दोस्त की चाल समझ नही पाता. उसकी बहन प्यार का झूठा नाटक करती है और वो सही समझ के प्यार में फसता चला जाता है, और वो लोग पैसा उगाही करते रहते है, सारी तनख्वाह लेते रहते हैं.
और, वह घर में लगातार बहाना मरता रहता है. उन लोगो की बात मानता ही नहीं. लड़की उससे एक दिन 20 लाख की मांग कर लेती है प्यार का वास्ता देकर वो घर का सारा पैसा लेकर जाता है और रास्ते में ही प्लान के मुताबिक पैसा लूट लिया जाता है और मारा भी जाता है. तब जाकर हीरो की आंख खुलती है. घर जाकर माफी मांगता है.
फिल्म में एक मैसेज है कि जो शादी के बाद दूसरी लड़की के चक्कर में पड़ता है उसका यही हाल होता है. "दिल धड़कता है तुम्हारे नाम से" में लड़के की भूमिका निभाए हैं बाजीराव बब्बन जो फिल्म के हीरो हैं. दोनो लड़कियों- नायिकाओं की भूमिका में हैं पंछी पटेल और कोमल झा.फिल्म के दूसरे कलाकार हैं- अनिल सचदेव, हर प्रीत कौर, बेबी नंदिनी, राम सिंह, धीरज सिंह राजपूत, अरुण वर्मा, विवेक श्रीवास्तव आदि.
फिल्म की कहानी, पटकथा,संवाद लिखा है अनिल बब्बन ने. संगीत- अफसर अली ने दिया है और गीतकार परवाना हैं. छायांकन मनोज गोस्वामी का है.नृत्य निर्देशक हैं भीम सिंह तथा प्रोडक्शन कंट्रोलर हैं अरविंद श्रीवास्तव. निर्देशक संजय अस्थाना का मानना है कि आजकल बेलगाम होती जारही कथानक वाली फिल्मों की दौड़ में दर्शक को राहत चाहिए.वो सुकून वाली नई फिल्में देखना चाहता है जिसकी कहानी उसे अपने आसपास की लगे, "दिल धड़कता है तुम्हारे नाम से" ऐसी ही एक फिल्म है.