आपने कहावत तो सुनी होगी की चोर पर पड़े मोर ऐसा ही कुछ 'मगधीरा' के फिल्म मेकर्स के साथ हुआ है। जैसा की आपने जानते ही हैं की तेलुगू की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'मगधीरा' के प्रोड्यूसर ने कुछ दिन पहले ही हिंदी फिल्म 'राब्ता' के मेकर्स पर स्क्रिप्ट चोरी का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि 'राब्ता' उनकी फिल्म की कॉपी है। लेकिन अब ये दाव उल्टा उन पर ही आ लगा है क्योकि 'मगधीरा' के मेकर्स को ही ये आरोप झेलने पड़ रहे हैं। एक लेखक एसपी चेरी ने 'मगधीरा' को अपनी कहानी बताया है और ये मांग की है कि उनको फिल्म में क्रेडिट दिया जाए। जो की अभी तक एसएस राजामौली के पिता केवि विजेंद्र प्रसाद को दिया जाता रहा है जिन्होंन'मगधीरा' की कहानी लिखी है।
खबरों की माने तो एक लेखक एसपी चेरी का कहना है कि 'मगधीरा' उनकी साल 1998 मेंआई किताब 'चंदेरी' की हूबहू कॉपी है। 'मगधीरा' में पात्रों के नाम बदल कर कुछ मामूली बदलाव किए गए हैं बाकि पूरी कहानी उनकी किताब जैसी ही है। जिसके चलते 'मगधीरा' के मेकर्स गीता आर्ट्स के खिलाफ लेखक ने शिकायत भी दर्ज कराई है लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। लेखक की माने तो ये फिल्म उनकी किताब की कहानी पर ही आधारित है 'चंदेरी' दोलवर्स की कहानी है जो मध्य प्रदेश के एक राज्य में कुएं में कूद कर अपनी जान दे देते हैं। 400 साल बाद उनका पुनर्जन्म होता है। जहां 'चंदेरी' में विलेन हीरो का भाई होता है वहीं 'मगधीरा' में हीरोइन का भाई विलेन की भूमिका में है। बाकी पूरी कहानी एकदम सेम है।'अब देखना ये होगा की असल में चोर कौन है और फैसला किसकी तरफ होता है।