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नए वर्ष 2023 में एक नए डायनामिक ऎक्टर पवन कुमार बॉलीवुड में फ़िल्म 'तू बेखबर' से अपना डेब्यू करने जा रहे हैं. मार्शल आर्ट में माहिर पवन कुमार एक सेलेब्रिटी फिटनेस कोच भी रह चुके हैं. बॉलीवुड एक्ट्रेस जरीना वहाब ने इस फिल्म में उनकी मां का रोल किया है. फिल्म का निर्देशन दीपक बलदेव ठाकुर ने किया है, जो ग्लिटर्स फिल्म एकेडमी, हैदराबाद के प्रमुख हैं. निर्माता निर्देशक होने के साथ साथ दीपक बलदेव ठाकुर इस दो भाषी फ़िल्म के कहानीकार और स्क्रीनप्ले राईटर भी हैं.
पवन कुमार ने मुम्बई में अपनी फिल्म के एक प्रोमोशनल इवेंट के दौरान कहा कि, "तू बेखबर मेरी फर्स्ट फिल्म है. मैं इसमें जरीना वहाब जैसी वरिष्ठ अदाकारा के साथ स्क्रीन साझा करके काफी खुश हूं. जरीना वहाब जी जैसी आइकॉन अभिनेत्री के साथ काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. यह किसी सपने के सच होने जैसा एहसास है."
पवन कुमार आगे कहते हैं कि "बॉलीवुड में मुझे इरफान खान सबसे ज्यादा पसन्द रहे हैं. उनकी अभिनय क्षमता कमाल की थी. उनकी फिल्मे देखना और उनकी अदाकारी देखना हम जैसे एक्टर्स के लिए सीखने जैसा होता है."
दिल्ली में जन्मे पवन कुमार हैदराबाद में वर्षों से रह रहे हैं. वह मरीन चीफ इंजीनियर भी हैं लेकिन अदाकारी उनका जुनून है.
पवन कुमार बड़े आत्मविश्वास के साथ मीडिया से बातचीत करते हुए कहते हैं "मेरी पहली फ़िल्म तू बेखबर कैसे शूरु हुई, इसकी भी एक रोचक कहानी है. मैं बचपन से ही एक आर्टिस्ट बनना चाहता था, मेरे पिताजी भी थिएटर आर्टिस्ट रहे हैं तो कहीं मेरे अंदर अभिनय का जुनून था. इसी बीच मुझे ग्लिटर्स फ़िल्म अकेडमी हैदराबाद के दीपक बलदेव ठाकुर मिले. वह मेरे गुरु, टीचर रहे हैं, उन्होंने मुझमें कहीं वह चिंगारी देखी. जब मैंने उनकी अकादमी से अभिनय का कोर्स पूरा किया तो उन्होंने मुझसे कहा कि उनके पास एक बेहतरीन कहानी है. जो दिलों को छूने वाली है साथ ही युवाओं को सन्देश भी देगी. जब उन्होंने मुझसे स्टोरी सुनानी शुरू की तो मेरी पलकें भीग गईं और मैने कहा कि हम यह फ़िल्म करते हैं. मैं अपना खून पसीना इसमे लगा दूंगा. पूरी टीम ने काफी मेहनत की और आज इसका आउटपुट देखकर आश्चर्य होता है. फ़िल्म दर्शकों के दिलों को भी छुएगी."
इस फ़िल्म की स्टोरीलाइन के संदर्भ में पवन कुमार ने कहा कि "ये इमोशनल ड्रामा है, इंसानी रिश्तों के इर्दगिर्द इसकी कहानी घूमती है. ये एक गैर जिम्मेदार लड़के की कहानी है जो अपनी दुनिया मे मस्त रहता है, उसे अपने माता-पिता का बिल्कुल ख्याल नहीं है. लेकिन फिर एक ऐसा मोड़ आता है जब वह बदलता है, उसे माता-पिता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होता है. इस फ़िल्म से युवा, बच्चे बुजुर्ग सभी कनेक्ट करेंगे. फ़िल्म में संगीत काफी अच्छा है. संगीतकार संजीव कुमार ने गज़ब का गाना बनाया है."
निर्माता निर्देशक दीपक बलदेव ठाकुर की शख्सियत से पवन कुमार काफी प्रभावित हैं. उन्होंने बताया कि जब आप दीपक बलदेव ठाकुर का नाम लेते हैं तो पहला शब्द आता है पैशन और फिर डिसिप्लिन. वह परफेक्ट मेंटर हैं, बहुत ही ट्रांसपेरेंट इंसान हैं. उनके लिए बिज़नस दूसरे स्थान पर होता है, अपनी ग्लिटर्स फ़िल्म अकादमी के द्वारा वह युवाओं का आर्टिस्ट के रूप में विकास देखना चाहते हैं, उन्हें ग्रूम करते हैं.