बॉलीवुड एक्ट्रेस समीरा रेड्डी ने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में एक भावनात्मक वीडियो किया शेयर
देश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में बॉलीवुड एक्ट्रेस समीरा रेड्डी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में एक भावनात्मक वीडियो शेयर किया है। इसमें उन्होंने देश भर में जारी 21 दिनों के लॉक डाउन के बीच बच्चों को संभालने पर अपनी बात कहते हुए देखा जा सकता है हालांकि जब वह ऐसा कर रही है, तब उनकेआंखों से आंसू बह रहे है।
बच्चों की कंडीशन पर जताई चिंता
कोरोनावायरस लॉकडाउन के बीच बच्चों में चिंता को कैसे संभालना है, इस बारे में समीरा रेड्डी ने वीडियो शूट किया है। उन्होंने बच्चों में चिंता के लक्षण के बारे में बात की और स्थिति से निपटने के लिए माताओं से कई टिप्स भी शेयर किए है। समीरा रेड्डी कहती है, 'सबसे महत्वपूर्ण बात मैं आपको अभी बता सकती हूं, बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य निश्चित रूप से अभी अच्छे कंडीशन में नहीं है और हर बच्चा जो लॉकडाउन में फंसा हुआ है, वह सोच रहा है कि आखिर हो क्या रहा है। मैं दो हफ़्ते पहले हंस से बात कर रही थी क्योंकि मुझे पता था कि यह हो सकता हैं और उसने जो बात मुझे बताई है , मुझे एहसास हुआ कि शायद हम बहुत अधिक समाचार देख रहे है। सोचिए अगर हमें इतनी चिंता है, तो बच्चों को कितनी चिंता होगी? अक्षय और मैं आपस में बात कर रहे है, इसके लिए खुद को तैयार कर रहे है, लेकिन हमें इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह छोटा लड़का... ' कहते -कहते समीरा रोने लगी।
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समीरा ने आगे कहा, 'यह बहुत निराशाजनक है। आप बच्चों को सुरक्षित महसूस कराना चाहते है, आप उन्हें प्यार देना चाहते है। तो हम क्या कर सकते है ? हम क्या कर सकते है ?' समीराकहती है, 'मैंने इस पोस्ट पर बच्चों में गहरी चिंता के संकेत दिए है। कृपया इसे देखें। यहां तक कि अगर आपका बच्चा अभी छोटा है और अधीर है और यह संभाल नहीं सकता है, तो बात करें और उनके साथ रहें। उन्हें सुरक्षित महसूस कराएं, ईमानदार रहें। उन्हें करने के लिए चीजें दें।'
बच्चों को सुरक्षित महसूस कराएं
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समीरा रेड्डी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर अपने कैप्शन में लिखा, 'दूसरा दिन, बच्चों को इस स्थिति में संभालना मुश्किल हो रहा है। इससे मुझे दुख होता है कि हंस डर रहा है। लेकिन अब यह सामान्य बात है और कल्पना कीजिए कि अगर हम चिंता महसूस करते है। तो वे इससे और भी अधिक महसूस करते होंगे। बच्चों में गहरी चिंता के कारण ध्यान केंद्रित करना कठिन हो रहा है। नींद न आना या बुरे सपने आना। खाना ठीक से न खाएं। लगातार गुस्सा आना या चिड़चिड़ा होना और बाहर निकलने के दौरान नियंत्रण से बाहर रहना-लगातार चिंता करना या नकारात्मक विचार रखना। तनावपूर्ण रहनाl अक्सर शौचालय का उपयोग करना। हमेशा रोना। पेट में दर्द और अस्वस्थ महसूस करनाl ,कृपया अपने बच्चे के साथ बात करें। यह महत्वपूर्ण है। उन्हें व्यस्त रखना अच्छी बात है लेकिन उनसे बात करना और स्थिति के बारे में ईमानदारी से बताना चाहिए। उन्हें सुरक्षित महसूस कराएं। बहुत सारे धैर्य के साथ। #staysafe #stayhome #mentalhealth #children #lock' जैसे हैशटैग का इस्तेमाल किया है।
आपको बता दे , कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया है। लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी गई है। भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या फिलहाल 700 से ऊपर पहुंच चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में फिलहाल देश में अब तक कोरोना के कुल 724 मामले सामने आ चुके है। वहीं 17 लोगों की अब तक कोरोना की चपेट में आने से मौत हो चुकी है।
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