Dadasaheb Phalke Lifetime Achievement Award 2023: वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) हिंदी सिनेमा की उन खूबसूरत एक्ट्रेस में से एक थीं जिनकी किस्मत उन्हें इंडस्ट्री में ले आई और देश की नंबर वन एक्ट्रेस बना दिया. दिग्गज एक्ट्रेस वहीदा रहमान को दादा साहब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Lifetime Achievement Award) से सम्मानित किया जाएगा. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने यह घोषणा की है.
वहीदा रहमान को किया जाएगा दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
आपको बता दें कि मंगलवार, 26 सितंबर 2023 को सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की. उन्होंने लिखा, "मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी और सम्मान महसूस हो रहा है कि वहीदा रहमान जी को भारतीय सिनेमा में उनके शानदार योगदान के लिए इस साल प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है. वहीदा जी को हिंदी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए समीक्षकों द्वारा सराहा गया है, जिनमें प्रमुख हैं, प्यासा, कागज के फूल, चौदहवी का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, गाइड, खामोशी और कई अन्य. अपने 5 दशकों से अधिक के करियर में, उन्होंने अपनी भूमिकाओं को बेहद खूबसूरती से निभाया है, जिसके कारण उन्हें फिल्म रेशमा और शेरा में एक कुलवधू की भूमिका के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला. पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित, वहीदा जी ने एक भारतीय नारी के समर्पण, प्रतिबद्धता और ताकत का उदाहरण दिया है जो अपनी कड़ी मेहनत से पेशेवर उत्कृष्टता के उच्चतम स्तर को हासिल कर सकती है".
वहीदा रहमान को लेकर अनुराग ठाकुर ने कही ये बात
अपनी बात को जारी रखते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि, “ऐसे समय में जब ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद द्वारा पारित किया गया है, उन्हें इस लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाना भारतीय सिनेमा की अग्रणी महिलाओं में से एक और जिन्होंने फिल्मों के बाद अपना जीवन परोपकार और परोपकार के लिए समर्पित कर दिया है, के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि है. समाज का बड़ा भला. मैं उन्हें बधाई देता हूं और विनम्रतापूर्वक उनके समृद्ध काम के लिए अपना सम्मान व्यक्त करता हूं जो हमारे फिल्म इतिहास का एक आंतरिक हिस्सा है”.
इन फिल्मों में नजर आई थीं वहीदा रहमान
वहीदा ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत तेलुगु फिल्म रोजुलु मारायी (1955) से की. उन्होंने प्यासा (1957), गाइड (1965), खामोशी (1969), फागुन (1973), कभी कभी (1976), चांदनी (1989), लम्हे (1991), रंग दे बसंती (2006) जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया है.