फिल्म ‘आदिपुरुष’ के रिलीज होने के बाद भारी विवाद हुआ था. इन विवादों के बाद अब आदिपुरुष संवाद लेखक मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) ने 'बिना शर्त' माफी मांगी है. ट्विटर और इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए एक नए नोट में, मनोज ने स्वीकार किया कि फिल्म ने लोगों की भावनाओं को आहत किया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "मैं स्वीकार करता हूं कि आदिपुरुष से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. मैं हाथ जोड़कर बिना शर्त माफी मांगता हूं. प्रभु बजरंगबली हमें एकजुट रखें और हमारे पवित्र सनातन और हमारे महान राष्ट्र की सेवा करने की शक्ति प्रदान करें. #आदिपुरुष." संदेश.
उनके इस मैसेज पर लोगों ने प्रतिक्रिया दी. “चलो, देर आये दुरुस्त आये. बजरंगबली आपको शक्ति दें,'' एक ने लिखा. “कभी-कभी ऐसा होता है कि अच्छे लोग भी भटक जाते हैं. लेकिन आपका माफ़ी मांगना यह साबित करता है कि भले ही आपसे किसी कारणवश गलती हुई हो, लेकिन आप सच्चे सनातनी हैं. जै श्री राम. भगवान राम आपको आशीर्वाद दें, ”दूसरे ने लिखा.
ओम राउत द्वारा निर्देशित, आदिपुरुष, जो महाकाव्य रामायण का रूपांतरण है, ने रिलीज़ के बाद भारी आलोचना की है. आलोचकों से लेकर समीक्षकों तक, कई लोगों ने फिल्म के कुछ संवादों पर संदेह व्यक्त किया. जिन संवादों पर निर्माताओं की आलोचना हुई है उनमें 'मरेगा बेटे, 'बुआ का बगीचा हैं क्या' और 'जलेगी तेरे बाप की' शामिल हैं.
ऑनलाइन आक्रोश और नकारात्मक समीक्षाओं के सामने, आदिपुरुष के निर्माताओं ने संवादों को भी नया रूप दिया. हालाँकि, नुकसान पहले ही हो चुका था. ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर फिल्म के निर्माता, निर्देशक और लेखक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है. सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए फिल्म का प्रमाणपत्र रद्द करने का निर्देश देने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है. न्यू आगरा के एक थाने में वकीलों ने फिल्म का विरोध किया था और शिकायत भी दर्ज कराई थी.
फिल्म में प्रभास ने राघव, कृति ने जानकी, सनी सिंह ने लक्ष्मण और सैफ अली खान ने लंकेश की भूमिका निभाई है.