1 दिसंबर को रिलीज हो रही संजय लीला भंसाली की मोस्ट अवेटेड फिल्म पद्मावती फिलहाल टल गई है। जिसके बाद अब टाइगर जिंदा है के समय पर रिलीज होने पर भी शक गहराता जा रहा है। फिल्म के टलने की वजह देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि सेंसर बोर्ड है। फिल्म सही वक्त पर रिलीज ना होने की वजह खुद फिल्म निर्माता हैं। सेंसर ने फिल्म की कागजी कार्यवाही पूरी ना होने की वजह से उसे वापस कर दिया था।
सेंसर बोर्ड के नियम की अगर बात करें तो फिल्म को सेंसर से पास कराने के लिए 68 दिन पहले उसे बोर्ड में भेज देना चाहिए। सेंसर उस पर विचार कर फिर उसे पास करेगा। अगर सेंसर बोर्ड ने थोड़ी भी नरमी नहीं बरती, तो दिसंबर में रिलीज होने वाली बड़ी फिल्मों के लिए समस्या खड़ी हो सकती है।
जब छोटी बहू घर आती है, तो सास को बड़ी बहू कम जहरीली लगती है
ऐसे में सलमान खान की फिल्म टाइगर जिंदा है कि रिलीज पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। अभी सेंसर बोर्ड के पास 200 से भी ज्यादा फिल्में पड़ी हैं, जिनमें कई फिल्में पास हो चुकी है। सलमान की फिल्म 22 दिसंबर को रिलीज होनेवाली है, जिसकी शूटिंग ही कुछ दिनों पहले खत्म हुई है। ये फिल्म जब सेंसर बोर्ड के पास भेजी जायेगी, तो वो भी डेडलाइन की लिस्ट में आकर लटक जायेगी। अब ये फिल्में जनवरी के लिए टल जायेंगी, पर जनवरी में कई बड़ी फिल्में रिलीज हो रही हैं, ऐसे में फिल्म फरवरी में ही रिलीज हो पायेंगी।
सेंसर के इस कडे रवैये को देखते हुए उन्हें पहलाज निहलानी याद आ रहे हैं, जबकि प्रसून जोशी काफी मशक्कत के बाद भी मिलने से इंकार कर रहे हैं। जब इन विवादों पर पहलाज निहलानी से पूछा गया तो उनका स्टेटमेंट था कि जब छोटी बहू घर आती है, तो सास को बड़ी बहू कम जहरीली लगती है। वेल पहलाज निहलानी का व्यंग्यात्मक स्टेटमेंट रिलीज में फंसी फिल्मों की तरफ ही एक इशारा लगता है।