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सनी लियोन के बाद अब लीज़ा रे बनी दो जुड़वा बच्चों की माँ

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By Pankaj Namdev
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सनी लियोन के बाद अब लीज़ा रे बनी दो जुड़वा बच्चों की माँ

हर मां-बाप का सपना होता है कि उनका अपना एक प्यारा सा बच्चा हो। कुछ कपल्स को तो यह सुख प्राप्त हो जाता है लेकिन आज भी बहुत से लोग ऐसे है जो लाख कोशिशों के बावजूद भी संतान के सुख से वंचित रह जाते हैं। हाल ही में सरोगेसी का चलन शुरू हुआ, जिसने सभी नि:संतान पेरेंट्स के दिलों में बच्चा पाने की तमन्ना जगा दी है। सरोगेसी एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए संतान का सुख मिलता है। उनमे से कुछ बॉलीवुड स्टार्स है जो इस तकनीक से माता पिता बने है। जिनमे शाहरुख़ खान, करण जौहर, सनी लियोन जैसे नाम शामिल है। अब हाल ही में एक्ट्रेस लीज़ा रे हाल ही में सोरोगेसी की मदद से जुड़वा बच्चों की मां बनी हैं। लीज़ा को सोरोगेसी की मदद से दो जुड़वा बच्चियां मिली है।

इस बारे में पूछे जाने पर लीज़ा ने कहा, 'मुझे इस बात की बेहद खुशी है जिसे मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकती। बेटियों का ध्यान रखने के अलावा मुझे और भी कई चीज़ों को एक साथ मैनेज करना पड़ रहा है जैसे खुद का ध्यान रखना, अपने काम को वक्त देना और दोस्तों के साथ-साथ पति और परिवार के साथ भी समय बिताना शामिल है। मेरी ज़िंदगी में ढेर सारे उतार-चढ़ाव आए हैं लेकिन इस वक्त मैं ज़िंदगी में आए इस बदलाव और प्यार का भरपूर मज़ा ले रही हूं। मैं अपनी बेटियों को अपने घर मुंबई जल्द से जल्द लाना चाहती हूं।' लीज़ा ने यह माना कि जब वह थोड़ी कम उम्र की थीं उस वक्त मां बनने के बारे में उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था। लीज़ा ने कहा, ' मेरी जिंदगी में बहुत सी चीज़ें अव्यवस्थित ही रही हैं। लेकिन जेसन डेहनी से शादी के बाद मेरे मन में मां बनने की इच्छा जागृत होने लगी। लीज़ा और जेसन ने अपनी बेटियों के नाम 'सूफी' और 'सोलेल' रखा है। इन दोनों बच्चों का जन्म इसी साल जून में सोरोगेसी के जरिए जॉर्जिया में हुआ।

लीज़ा मानती हैं कि जब उन्हें साल 2009 में एक प्रकार के ब्लड कैंसर से डायग्नॉज़ किया गया था उस वक्त ही उन्हें यह अहसास हो गया था कि लम्बे वक्त तक चलने वाली इस बीमारी की दवाइयों के चलते वह खुद कभी मां नहीं बन पाएंगी। लीज़ा कहती हैं, 'मेरी किस्मत अच्छी है कि आजकल की नई तकनीक ने मेरी उम्मीदों को बरकरार रखा और मां बनने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा सकता है। जिसके बाद मैं और मेरे पति ने यह निर्णय लिया कि हम सोरोगेसी का सहारा लेंगे। इस प्रक्रिया के लिए भारत ही हमारी पहली पसंद थी और हमने एक नामी डॉक्टर से इस बारे में सलाह भी ली। लेकिन इस प्रक्रिया के शुरु होने से पहले ही भारत ने सोरोगेसी के नियमों में भारी बदलाव कर दिए जिसके कारण हमें गहरा झटका लगा।'

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