कल अजय देवगन, तब्बू और रकुलप्रीत की फिल्म दे दे प्यार दे रिलीज़ होने वाली है. लेकिन सर्टिफिकेट देने से पहले फिल्म में सेंसर बोर्ड ने कैंची चलाने का फैसला किया है. बॉलीवुड में जब भी कोई फिल्म सेंसर बोर्ड में फंस जाती है या फिल्म में कैंची चलती है तो वो एक कॉनट्रवर्सी बन जाती है. इस बार भी ऐसा ही कुछ हुआ है अजय देवगन की फिल्म दे दे प्यार दे के साथ. फिल्म दे दे प्यार दे पर सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) की कैंची चली है. बोर्ड ने फिल्म के सीन और कुछ डायलॉग पर ऑब्जेक्शन उठाते हुए उनमें बदलाव करने के लिए कहा है.
पहले कट लगा है फिल्म के गाने ‘वड्डी शराबन’ सॉन्ग में जिसमे रकुल प्रीत व्हिस्की की बोतल हाथ में लिए डांस करती दिख रही हैं. फिल्म को U/A सर्टिफिकेट देने से पहले सेंसर बोर्ड ने इस सीन को डिलीट करने का आदेश दिया है. सूत्रों के मुताबिक बोर्ड ने कहा है की रकुल के हाथ में बोतल की जगह फूलों के गुलदस्ता से रिप्लेस किया जा सकता है.
दूसरा और तीसरा कट लगा है फिल्म के डायलॉग पर. सूत्रों के मुताबिक फिल्म से 'परफॉर्मेंस बेटर होती है' के साथ साथ 'मूंज जी के आलू ओह ओह वही अच्छे है कि ये सब झूठ है,' डायलॉग को डिलीट कर दिया गया है. यानी फिल्म दे दे प्यार दे को 3 कट्स के साथ यूए(U/A) सर्टिफिकेट मिल गया है. फिल्म में अजय, रकुल, तब्बू के अलावा आलोक नाथ, जिमी शेरगिल भी मुख्य भूमिका में नजर आयेंगे. फिल्म 17 मई को रिलीज हो रही है.