प्रतिष्ठित आकाशवाणी संगीत समारोह, अब भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी के नाम से जाना जाएगा।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज पुणे में आयोजित पंडित भीमसेन जोशी शताब्दी स्मारक समारोह में यह घोषणा की।
आल इंडिया रेडियो, अपने नियमित संगीत प्रसारणों के अलावा, आकाशवाणी संगीत सम्मेलन का आयोजन करके अपने शास्त्रीय संगीत श्रोताओं के लिए खुद को तैयार कर चुका है, जिसमें देश भर के प्रमुख कलाकार प्रदर्शन करते हैं।
इस अवसर पर श्री जावड़ेकर ने कहा, “दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो ने पंडित भीमसेन जोशी के विशाल संगीत खजाने के दरवाजे आम जनता के लिए खोल दिए हैं। ये रिकॉर्डिंग अब यूट्यूब पर उपलब्ध हैं और I&B मंत्रालय देश भर के दर्शकों तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है।”
इस अवसर पर श्री जावड़ेकर आगे कहते है, “संगीत के कई रूप हैं और इसमें हमें प्रेरित करने की शक्ति है। पंडित भीमसेन जोशी के आशीर्वाद के कारण आर्य संगीत प्रसारक मंडल बिना ब्रेक के 67 साल तक काम कर सका है। पंडित जी हर एक के प्रिय थे। जिस तरह से उन्होंने विदेशों में शो के लिए परफॉर्म किया, उसी तरह उन्होंने जीवन के सभी स्तरों के लोगों के लिए किया हैं।”
पंडित भीमसेन जोशी को 2009 में भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
पंडित भीमसेन जोशी का जन्म 4 फरवरी 1922 को कर्नाटक के धारवाड़ जिले के गदग में हुआ था। पुणे उनकी कर्मभूमि थी, जहाँ उन्होंने गायन के खयाल रूप के एक प्रसिद्ध प्रतिपादक के रूप में साथ ही भक्ति संगीत के उनके लोकप्रिय गायन के लिए भी फेम प्राप्त किया था।
इस अवसर पर वरिष्ठ नेता शरद पवार और श्री विनय सहस्रबुद्धे भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर पंडित जोशी के शिष्यों उपेंद्र भट और आनंद भट ने परफॉर्म किया था।
अनु- छवि शर्मा