अगर करण जौहर की प्रोडक्शन कंपनी की डिजाइनर टीम के साथ अमृता सिंह का क्लैश नहीं होता, तो उनकी बेटी सारा अली खान की लॉचिंग 'केदारनाथ' से पहले हो गई होती। यह वक्त का कमाल था कि सारा को फिर से करण जौहर की कंपनी से ला जोड़ा।
जब 'केदारनाथ' के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे थे, तो सारा के करियर को बचाने के लिए उनके पापा सैफ अली खान आगे आए थे और 'सिंबा' में सारा अली खान की कास्टिंग का रास्ता साफ किया था। चर्चा यह रही की इसकी एक शर्त यह थी कि अब सारा को लेकर अमृता सिंह का दखल नहीं रहेगा। यह किस्सा इसलिए बताया गया है, क्योंकि जब सारा के अपने पापा सैफ अली के साथ फिल्म में काम करने का मामला सामने आया, तो कहा जाता है कि अमृता नहीं चाहती हैं कि सारा अपने पापा के साथ किसी फिल्म में काम करें।
अब मामला सारा के हाथ में है कि वो अपनी मां की सुनें या पापा की तरफ देखें। वैसे उम्मीद यही है कि अमृता सिंह को इस मामले में भी निराश होना पड़ा सकता है।