ओटीटी पर आजकल रियलिस्टिक स्टोरी का दौर चल रहा है ज्यादातर डायरेक्टर और स्टोरी राइटार रियल लाइफ स्टोरी की तलाश में रहते हैं. ऐसे दौर के बीच अनुभव सिन्हा एक नया प्रयोग करने की कोशिश करने जा रहे हैं. अनुभव सिन्हा पहले भी अलग-अलग तरह की फिल्म बॉलीवुड को दे चुके हैं जैसे तुम बिन. रा.वन. और अर्टिकल 15 जैसी फिल्मों में डायरेक्टर के विभिन्न प्रयोग दिखाई देते रहते हैं. लेकिन इस बार वह अपनी फिल्मों से एक नयी सोच फैंस की बीच लाना चाहते हैं. अनुभव सिन्हा हिंदी साहित्यकार श्रीलाल शुक्ल के प्रसिद्ध व्यंगात्मक हिंदी उपन्यास राग दरबारी पर एक वेब सीरिज़ बनाने की सोच रहे हैं. उपन्यास राग दरबारी को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
राग दरबार सिर्फ एक व्यंग-कथा नही हैं. इस उपन्यास में लेखक श्रीलाल शुक्ल जी ने आजादी के बाद भारत के ग्रामीण जीवन की स्थिति को गहराई विस्तार किया हैं. राग दरबारी उत्तर प्रदेश के एक कस्बानुमा गांब शिवपाल गंज की कहानी हैं जिसमें आजादी के बाद भी गांव की जिंदकी प्रगति और विकास के समस्त नारों के बीच स्वार्थ और आघातों के बीच चल रही हैं.
राग दरबारी पर बातचीत करते हुए अनुभव सिन्हा दैनिक जागरण से कहते हैं कि मैने जब राग दरबारी उपन्यास पढ़ा था, तब से मेरे साथ उसकी कहानी रह गई थी.मुझे लगा कि इस फिल्म को बनाने की गुंजाइश कम है. इस एक लंबे फार्मेट में ही फिट किया जा सकता है. वेब सीरीज में ढालने के लिए कहानी पर काम करना पड़ेगा. मैंने और सुधीर भाई (सुधीर मिश्रा) ने उस उपन्यास के अधिकार काफी पहले ही ले लिए थे. इस पर काम शुरु नही किया गया था, क्योंकि वह फिल्म बनने जैसी नहीं लग रही थी. पूरे उपन्यास का चरित्र ही धारावाहिक सा लग रहा था. फिल हमने वेब सीरीज बनाने के बारे में सोचा.