Birth Anniversary: Anupam Kher ने स्वर्गीय Satish Kaushik को उनके जयंती समारोह में आमंत्रित किया

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By Richa Mishra
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Anupam Kher invites late Satish Kaushik to his birth anniversary celebrations

Satish Kaushik birth anniversary : अनुपम खेर (Anupam Kher) ने दिवंगत दोस्त और एक्टर सतीश कौशिक  (Satish Kaushik)  की जयंती "भव्य तरीके से" मनाने के लिए तैयार हैं. सतीश का परिवार और दोस्त उसके जीवन का जश्न संगीत, प्यार और हंसी के साथ मनाएंगे. समारोह से पहले, अनुपम ने सतीश और उनके परिवार के साथ अपनी और अपने परिवार की तस्वीरों के असेंबल के साथ एक नोट लिखा है. अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर वीडियो असेंबल के साथ लिखा, “मेरे प्यारे दोस्त सतीश कौशिक! जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ! आज बैसाखी वाले दिन तुम 67 वर्ष के हो जाते.मगर तुम्हारे जीवन के 48 वर्षों तक मुझे तुम्हारा birthday मनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.इसलिए मैंने फ़ैसला किया है कि आज शाम को हम तुम्हारा जन्मदिन शानदार तरीक़े से मनाने की कोशिश करेंगे! शशि और वंशिका के साथ वाली सीट ख़ाली होगी. मेरे दोस्त आओ और हमें मनाते हुए देखो …”

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तस्वीरों में अनुपम और सतीश के दूसरे करीबी दोस्त और अभिनेता अनिल कपूर भी हैं. कुछ तस्वीरों में अनुपम, उनकी मां दुलारी खेर भी सतीश, उनकी पत्नी शशि और बेटी वंशिका के साथ पोज देते नजर आ रहे हैं.

सतीश ने होली मनाई और 8 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली में उनका निधन हो गया. वह एक बहुमुखी एक्टर, लेखक, निर्देशक और निर्माता थे, जिन्होंने मिस्टर इंडिया, साजन चले ससुराल और जुदाई जैसी फिल्मों में कई यादगार प्रदर्शन किए. उन्होंने कंगना रनौत की आगामी निर्देशित फिल्म, ‘इमरजेंसी’ में पंडित जगजीवन राम की अपनी भूमिका के लिए भी शूटिंग की थी.  

सतीश के निधन की खबर सबसे पहले अनुपम ने सोशल मीडिया पर दी. अनुपम ने इस खबर को शेयर करते हुए ट्वीट किया, "मृत्यु इस दुनिया का अंतिम सत्य है!" लेकिन मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि अपने जिगरी दोस्त सतीश कौशिक के बारे में ये बात मैं जीते जी लिखूंगा. 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक लगा फुल स्टॉप !! आपके बिना जीवन पहले जैसा नहीं रहेगा सतीश! शांति!" 

इससे पहले के एक वीडियो में अनुपम ने सतीश के बारे में कहा था, “हमने साथ में सपने देखे थे. हमने जुलाई 1975 में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में एक साथ अपने जीवन की शुरुआत की थी. वह मुझसे पहले मुंबई गए थे. हम लड़ते थे, झगड़ते थे, एक-दूसरे से ईर्ष्या करते थे, लेकिन सबसे बढ़कर, हम हर दिन सुबह 8-8.30 बजे के आसपास एक-दूसरे को फोन करते थे.”

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