kirron kher Birthday Special: Anupam Kher पहली ही मुलाकात में शादीशुदा Kirron पर हार बैठे थे दिल

author-image
By Asna Zaidi
New Update
kirron kher Birthday Special: Anupam Kher पहली ही मुलाकात में शादीशुदा Kirron पर हार बैठे थे दिल

Anupam Kher recalls meeting Kirron when she was still married: अनुपम खेर (Anupam Kher) हिंदी सिनेमा (Hindi Cinema) के दिग्गज एक्टर हैं. वह अपनी बेहतरीन फिल्मों के लिए जाने जाते हैं. अनुपम खेर ने पिछले कई दशकों में फिल्मों में सभी तरह  की भूमिकाओं के साथ अपने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है. अनुपम खेर विभिन्न विषयों पर अपने विचारों के बारे में खुलकर बात करने के लिए भी जाने जाते हैं. ऐसे में अनुपम खेर ने हाल ही में पत्नी किरण खेर (Kirron Kher) से मिलने के बारे में बात की, जब वह अपने पहले पति से शादी कर चुकी थीं. अनुपम ने कहा कि जब वे चंडीगढ़ में मिले तो वह एक 'साधारण गांव का लड़का' था, जबकि किरण पहले से ही एक 'स्टार' थी. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उनके बीच कोई संबंध नहीं था. हालांकि, चीजें तब बदलीं जब किरण को 'अपनी शादी में दिक्कतों का सामना करना पड़ा'. 

किरण खेर से मुलाकात पर बोले अनुपम खेर

अनुपम खेर और किरण खेर की शादी 1985 में हुई थी. किरण की शादी पहले गौतम बेरी से हुई थी और 1981 में उनका एक बेटा सिकंदर खेर था. अनुपम की पहले अभिनेता मधुमालती कपूर से भी शादी हुई थी. किरण से मुलाकात के बारे में बात करते हुए, अनुपम खेर ने हाल ही में समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "वह तब से एक स्टार थीं. वह थिएटर कर रही थीं, वह फिल्मों में काम कर रही थीं. वह एमए प्रथम श्रेणी की हैं. मैं उनसे चंडीगढ़ में मिली थी. एक मैं था साधारण गांव का लड़का. जाहिर है, हमारे बीच कोई संबंध नहीं था. वह तब शादीशुदा थी. हम सबसे अच्छे दोस्त हुआ करते थे और हमने एक साथ थिएटर किया था. बाद में जब उनकी शादी में समस्याएं आईं, तो मुझे छोड़ दिया गया मैं जिस व्यक्ति के साथ जा रहा था, और फिर चीजें बदलने लगीं. लेकिन हम हमेशा पहले सबसे अच्छे दोस्त बने रहे".

अपने सबसे बड़े डर पर बोले अनुपम खेर
 

उसी इंटरव्यू में अनुपम ने अपने सबसे बड़े डर के बारे में भी बात की और बताया कि कैसे उन्होंने असफलता की चिंता पर काबू पाया. उन्होंने कहा, "अगर आप मुझसे मेरे सबसे बड़े डर के बारे में पूछेंगे तो यह याददाश्त खोने का डर है. यदि आपके पास स्मृति नहीं है, तो आपके पास कुछ भी नहीं है. दिलीप कुमार की याददाश्त चली गई. वह एक अद्भुत व्यक्ति, एक अद्भुत कहानीकार, कई चीजों के विशाल ज्ञान वाले व्यक्ति थे. “जब मेरे पास काम नहीं था, तब भी मुझे पता था कि मैं एक शानदार एक्टर हूं. यह आत्मविश्वास शिक्षा से आता है. मैं एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति हूं. मैं एक्टिंग स्कूल में इतना घिस चुक्का था. मेरे पास 14000 किताबों का कलेक्शन है. यदि आप किसी भी फिल्ड की किताबें पढ़ते हैं, तो आप अपने हुनर को जान पाएंगे. आप असफलता से नहीं डरेंगे". वर्कफ्रंट की बात करें तो अनुपम खेर को आखिरी बार शिव शास्त्री बलबोआ में देखा गया था. उनकी पाइपलाइन में द वैक्सीन वॉर, इमरजेंसी, कागज़ 2, मेट्रो इन डिनो, आईबी 71 और द सिग्नेचर हैं.

Latest Stories