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NEW YEAR: 2022 के सर्वश्रेष्ठ मनोवैज्ञानिक थ्रिलर जिन्होंने छोटे पर्दे पर मनोरंजन की छठा बिखेरी

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By Sulena Majumdar Arora
NEW YEAR: 2022 के सर्वश्रेष्ठ मनोवैज्ञानिक थ्रिलर जिन्होंने छोटे पर्दे पर मनोरंजन की छठा बिखेरी
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गुनहगार', 'द फेम गेम', 'मिथ्या', 'सुजल: द वोर्टेक्स' और 'दिल्ली क्राइम-2' इस साल के  सबसे मनोरंजक रहस्यमय शो रहे 2022 में छोटे पर्दे पर दर्शकों को बहुत विविध मनोरंजन देखने को मिला और इनमे से कुछ अपने साथ बहुत सा  रोमांच, और मनोवैज्ञानिक साज़िशें लेकर आए. पेश है ऐसी ही कुछ कहानियों का चयन सिर्फ आपके लिए.

गुनहगार:

ज़ी थिएटर की यह प्रस्तुति एक मनोवैज्ञानिक-सस्पेंस थ्रिलर है. आकर्ष  खुराना द्वारा निर्देशित, ये टेलीप्ले  शुरुआत से ही रोचक लगने लगता  हैं  जब गजराज राव का का किरदार (बंसल) एक प्रसिद्ध  पत्रकार मृणालिनी (श्वेता बसु प्रसाद द्वारा अभिनीत) को अपने घर आमंत्रित करता है. जैसे-जैसे उनकी बातचीत आगे बढ़ती है, हमें एहसास होता है कि इस सहज निमंत्रण के पीछे कोई छिपा हुआ षड़यंत्र  हो सकता है. जल्द ही वहां आता है ओम नामक एक पुलिस वाला (सुमीत व्यास द्वारा अभिनीत) और  लंबे समय से दबे हुए एक रहस्य की परतें खुलने लगती हैं. तब इस कथानक का खुलासा होता है और एक चौंकाने वाला निष्कर्ष निकलता है जो सभी को आश्चर्यचकित करता है. 'गुनहगार' टाटा थिएटर प्ले के साथ-साथ एयरटेल थिएटर, डी2एच, रंगमंच और डिश पर उपलब्ध है.

द फेम गेम:

 माधुरी दीक्षित नेने की ये श्रृंखला  OTT  की दुनिया में उनका पहला कदम थी और उन्होंने एक बार फिर साबित किया की वो कितनी उत्कृष्ट अदाकारा हैं. इस  शो में दीक्षित के अभिनय के अलावा भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तनाव भी था और  मानव कौल की दिल छू लेने वाली भूमिका  भी थी.   साथ ही देखने को मिला संजय कपूर, सुहासिनी मुले, लक्षवीर सरन और मुस्कान  का  दमदार अभिनय. इसकी कहानी है एक ऐसी मशहूर अदाकारा की जो अचानक गायब हो जाती है और फिर हम जान पाते हैं की किस तरह के जटिलताएं उसकी ज़िन्दगी का हिस्सा थीं. सीरीज का निर्देशन बिजॉय नांबियार और करिश्मा कोहली ने किया है  और यह नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है. 

'सुजल: द वोर्टेक्स':

कन्नड़ सुपरहिट 'कंटारा' द्वारा एक  पौराणिक प्रथा के चित्रण से  बहुत पहले, अमेज़ॅन प्राइम पर इस तमिल थ्रिलर ने हमें 'मायाना कोल्लई' नामक  त्योहार से परिचित करवाया और साथ ही  एक छोटे से शहर  में घटने वाली एक बहुत बड़ी त्रासदी को दर्शाया. तमिलनाडु के काल्पनिक शहर, 'सांबलूर' में एक युवा लड़की खो जाती है और कहानी दर्शाती  है की किस तरह उसकी खोज एक पुराने रहस्य का पर्दाफाश करती  है. कहानी में क्रोध, दु: ख और प्रतिशोध का एक विस्फोट होता है जो दर्शकों को झंझोड़ देता है. श्रृंखला में अभिनेता आर. पार्थिबन, काथिर, ऐश्वर्या राजेश और श्रिया रेड्डी हैं और इसका निर्देशन ब्रम्मा जी और अनुचरन मुरुगैयन ने किया है.

मिथ्या:

रोहन सिप्पी द्वारा निर्देशित यह ZEE5 मनोवैज्ञानिक थ्रिलर 2019 की ब्रिटिश श्रृंखला 'चीट' का एक रूपांतरण है जिसमें कैथरीन केली और मौली विंडसर थे. इस शो में  हुमा कुरैशी और अवंतिका दासानी ने अभिनय किया है. दार्जिलिंग में  फिल्मायी  गयी छह-भाग की ये श्रृंखला एक हिंदी साहित्य की प्रोफेसर जूही (कुरैशी) और उसकी  छात्रा रिया (दसानी) के बीच एक मनोवैज्ञानिक खेल को चित्रित करती है. साहित्यिक चोरी के आरोप को लेकर एक  विवाद ऐसी घटनाओं की ओर कहानी को ले जाता है जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी और एक हत्या तनाव में और उफान ले आती है.

दिल्ली क्राइम 2:

इस शो में शेफाली शाह डीसीपी वर्तिका चतुर्वेदी के रूप में  वापसी करती हैं, जो भ्रष्टाचार और कई चुनौतियों से जूझते हुए राजधानी में होने वाली कई हत्याओं  के पीछे छुपे मुजरिमों को ढूँढ़ने की कोशिश कर रही है. शो में  रसिका दुगल, तिलोत्तमा शोम  के साथ आकाश दहिया, आदिल हुसैन, राजेश तैलंग, डेन्ज़िल स्मिथ, यशस्विनी दयामा, और अविजीत दत्त जैसे कलाकार भी हैं. 

यह श्रृंखला समाज में व्याप्त आर्थिक असमानता के बारे में प्रासंगिक सवाल पूछती है जिसके चलते  असंतोष और अपराध भी हो सकता है. श्रृंखला तनुज चोपड़ा द्वारा निर्देशित है और नेटफ्लिक्स पर चल रही है.

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