पंजाबी सिंगर और अभिनेता दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) किसान आंदोलन को लेकर इन दिनों चर्चा में घिरे रहें. कंगना रनौत से हुए ट्विर फाइट ने भी काफी सुर्खिंया बटोरी. लेकिन आज दिलजीत के बारे में बात करने का कारण कोई विवाद नहीं है. बल्कि आज उनका जन्मदिन है.
दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) का नाम असल में दलजीत था. उन्होंने अपना नाम बदलकर दिलजीत रखा था जब उन्होंने 2004 में इश्क दा उडा अडा नाम से अपना पहला एल्बम जारी किया, जिसके बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर दिलजीत रख लिया.
इसके अलावा उनका सरनेम जो की दोसांझ है वह दरअसल उनके गांव का नाम है.
2013 में उनके जन्मदिन पर, दिलजीत (Diljit Dosanjh) ने सांझ फाउंडेशन की शुरुआत की - वंचितों के लिए एक गैर सरकारी संगठन, जो अनाथालयों और वृद्धाश्रमों में योगदान देता है.
वे गुरदास मान के बाद दूसरे पंजाबी कलाकार हैं, जिन्होंने वेम्बली एरीना में 12,500 सीटें बेची हैं.
दिलजीत मैडम तुसाद में मोम की प्रतिमा पाने वाले पहले पगड़ीधारी सिख भी हैं.
दिलजीत को उनके फैंस 'शहरी पेंडु' कहते हैं. 'शहरी पेंडु' एक ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करता है जो एक विनम्र पृष्ठभूमि का होता है और साथ एक गांव से आता है. प्रशंसकों ने दोसांझ को सही मायनों में उनके शुद्ध स्वभाव के लिए एक नाम दिया है, जिसे उन्होंने खुले दिल से स्वीकार किया है.