साल 2020 में कई महान हस्तियां खोई है हमने. लेकिन एक ऐसे कलाकार भी थे जिनके जाने का दु:ख ऐसा हुआ जैसे किसी अपने को ही खोया हो. दूर होकर भी दिल के इतने करीब कुछ कलाकार ही आ पाते है जिनमें से एक इरफ़ान ख़ान थे. ऐसे बहुत ही कम कलाकार होते है जो अपने आंखों के जरिए बहुत कुछ कह जाते है और इरफ़ान ख़ान वह कलाकार हैं.
दिवंगत अभिनेता इरफ़ान ख़ान (Irrfan Khan) का आज जन्मदिन है. उनके जन्मदिन के मौके पर उनसे जुड़े दिसचप्स बातें जानने की जगह उनसे हम कुछ सीख सकते है और सीखनी भी चाहिए.
सबसे पहले और बहुत ही इम्पोर्टेन्ट बात जो हमें इरफ़ान ख़ान से सीखनी चाहिए, वह ये है कि अपने सपने या पैशन को बचपन में ही पहचान लीजिए. इरफ़ान ख़ान बताते थे कि वह जयपुर में पले-बड़े थे. वहीं उनका नानी घर था जब वह गर्मी की छुट्टियों में अपने नानी के घर जाते तो सारे बच्चे मिल कर फिल्म्स के किरदारों की नकल करते थे. वह रोल्स प्ले करते थे. रोज रात में 9.30 में रेडियो पर जो ड्रामा आता था उसे सुनते थे फिर उसे एक्ट करते थे.
बचपन में उनके नानी घर के बिल्डिंग के दूसरी तरफ थिएटर होता था वहां वो जाकर प्ले देखते थे. उस समय ही उन्हें पता चल गया कि वह यही करना चाहते है.
दूसरी चीज जो हमें इरफ़ान ख़ान से सीखने को मिलती है कि आप चाहे किसी भी मुकाम पर पहुंच जाए कभी सीखना बंद न करें. हमेशा सीखते रहें. शाहद यही कारण था कि इरफान ने बॉलीवुड के साथ साथ हॉलीवुड में भी अपनी पहचान बनाई है.
इरफ़ान ख़ान हमें सीखाते है कि किसी भी हालत में अपने सपनों को नहीं छोड़ना है. अपने एक इंटरव्यू में इरफ़ान ने बताया था कि जब वह शुरूआती समय में स्ट्रगल कर रहे थे तो उन्होंने AC रिपेरिंग का काम भी किया था लेकिन अपने सपने से समझोता नहीं किया. आज यही कारण है कि हम उनके बारे में बात कर रहे हैं.
चौथी बात जो हम अभिनेता से सीख सकते है कि अपनी USP खुद बनाओ, किसी को कॉपी मत करों. ईरफान के अनुसार किसी ने उन्हें कहा था कि वह मिथुन चक्रवर्ती के तरह दिखते है जिसके बाद इरफ़ान ने मिथुन चक्रवर्ती के तरह डायलॉग बोलना और एक्टिंग करना शुरू कर दिया. लेकिन उन्हें जल्द समझ आ गया कि मिथुन दा एक ही है दूसरा मिथुन नहीं आ सकता है. लेकिन इरफ़ान ख़ान आ सकता है. और आज वह दिन है जब हम इरफ़ान को उनकी एक्टिंग और उनके डायलॉग्स के लिए याद करते हैं. उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बना ली.
पांचवी लेकिन सबसे अहम बात जो हमें इरफ़ान से सीखनी चाहिए कि पैसे से बढ़कर भी कोई चीज है जिसे कहते है कला. आप चाहे कोई भी काम करो सबसे पहले अपने काम को अहमियत दो, अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ करो, बाकि चीजें खुद ब खुद आ जाएगी.
ये वो बातें है जो हमें दिवंगत अभिनेता इरफ़ान ख़ान से सीखनी चाहिए. भले ही उनका जिस्म हमें छोड़कर चला गया लेकिन वह आज भी अपनी रूह के जरिए हमारे दिलों में जिंदा है. बिलकुल वैसे ही जैसे जिस्म छूट जाता है रूह का नाता नहीं टूटता.