बहुमुखी प्रतिभा के धनी महान गायक, संगीतकार, अभिनेता, निर्माता और लेखक किशोर कुमार का मुकाबला आज तक कोई नहीं कर सका। आज किशोर कुमार का 89वां जन्मदिवस है। किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 में मध्यप्रदेश के खांडवा में हुआ था। किशोर कुमार के माता पिता ने उनका नाम आभाष कुमार रखा था। किशोर कुमार एक ऐसी हस्ती हैं जिन्हें किसी पहचान की कोई जरूरत नहीं है। तो आइए आज उनके जन्मदिन के मौके पर आपको बताते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी बाते जो कम ही लोगों को पता होगी...
- किशोर कुमार के बारे में ऐसा बताया जाता है कि लोगों के दिलों पर राज करने वाले किशोर कुमार बचपन से ही बड़े ही मनमौजी स्वभाव वाले थे और जैसे-जैसे वो बड़े होते गए वैसे-वैसे वो अपने उसूलों के पक्के होते गए। किशोर चार भाईयों अशोक कुमार, सती देवी, अनूप कुमार में सबसे छोटे थे।
- फिल्मी दुनिया में पहले अभिनय के क्षेत्र में हाथ आजमाने के बाद किशोर दा संगीत की दुनिया की ओर मुड़ गए, मगर कला के धनी इस कलाकार की राहें कभी इतनी मुश्किल नहीं हुई कि मंजिल को ना छू पाती।
मधुबाला के लिए अपनाया मुस्लिम धर्म
- निजी जिंदगी में भी उनका हाल कुछ ऐसा ही था। बताया जाता है कि किशोर कुमार ने मधुबाला के प्यार में पड़कर मुस्लिम धर्म अपना लिया था। उन्होंने अपना नाम भी बदल कर करीम अबदुल्ला रख लिया था। - उनकी पहली शादी रूमा ठाकुरता 1951 में हुई थी। हालांकि यह शादी ज्यादा दिन टिकी नहीं। उसके बाद उन्होंने मधुबला से 1960 में शादी की। हालांकि मधुबाला की नौ साल बाद दिल में छेद होने के कारण मौत हो गई।
योगिता बाली से की तीसरी शादी
- उसके बाद उन्होंने 1976 में योगिता बाली से शादी की, लेकिन दो साल के भीतर ही दोनों का तलाक हो गया। उससे बाद उन्होंने विधवा अभिनेत्री लीना चंद्रावरकर के साथ शादी की, जो उनके आखिरी समय तक साथ रहीं।
- किशोर कुमार 70 और 80 के दशक के सबसे महंगे सिंगर थे। उन्होंने राजेश खन्ना से लेकर अमिताभ बच्चन तक के बड़े-बड़े कलाकारों को अपनी आवाज दी। माना जाता है राजेश खन्ना को सुपरस्टार बनाने में किशोर कुमार की आवाज का बड़ा योगदान है। किशोर कुमार ने राजेश खन्ना की 91 फिल्मों में अपनी आवाज दी।
बचपन में बहुत बेसुरे थे किशोर कुमार
- किशोर कुमार के भाई अशोक कुमार ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो बचपन में बहुत बेसुरे थे। अशोक कुमार के मुताबिक किशोर कुमार की आवाज किसी फटे हुए बांस के जैसी थी। किशोर कुमार को म्यूजिक डायरेक्टर एस डी बर्मन ने ब्रेक दिया था।
- किशोर कुमार के मुताबिक मैंने उन्हें उनका ही गाया एक बंगाली गाना गाकर सुनाया था। मेरा गाना सुनकर सचिन दा बोले तू मुझे कॉपी कर रहा है। मैं इसे निश्चय ही गाने का मौका दूंगा।
सभी भाषाओं के 1500 से ज्यादा गाने गाए
- किशोर कुमार अपने करियर में सभी भाषाओं को मिलाकर 1500 से ज्यादा गाना गा चुके हैं। किशोर कुमार उन सिंगर्स में से एक हैं जिन्होंने कभी संगीत की ट्रेनिंग नहीं ली थी।
- किशोर कुमार भले ही मुंबई में रहते थे लेकिन उनका मन हमेशा अपने जन्म स्थान खंडवा में रमा रहा। किशोर कुमार ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 'कौन मूर्ख इस शहर में रहना चाहता है। यहां हर कोई दूसरे का इस्तेमाल करना चाहता है। कोई दोस्त नहीं है। किसी पर भरोसा नहीं कर सकते हैं। मैं इन सबसे दूर चला जाऊंगा। अपने शहर खंडवा में। इस बदसूरत शहर में भला कौन रहे।'
आखिरी समय में किया खंडवा लौटने का निर्णय
- किशोर कुमार की बातों से ही बता चलता था कि वो इतनी शोहरत और कामयाबी के बावजूद कभी मुंबई को अपना शहर नहीं मान सके। 1987 में किशोर कुमार ने फिल्मों से संन्यास लेने के बाद वापस अपने गांव खंडवा लौटने का निर्णय लिया था, लेकिन 13 अक्बटूर 1987 को किशोर कुमार को दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।