बॉलीवुड की सबसे खूबसूत एक्ट्रेस मधुबाला का जन्मदिन आज यानि 14 फरवरी वेलेंटाइन डे को है। मधुबाला इतनी खूबसूरती थीं कि उनकी तुलना हॉलीवुड एक्ट्रेस मर्लिन मुनरो से की जाती है। आपको भी ये जानकर हैरानी होगी कि अपने पूरे फिल्मी करियर में ‘मुग्ल-ए-आजम’, ‘चलती का नाम गाड़ी’ जैसी कई हिट फिल्म देने के बावजूद मधुबाला की एक खास फिल्म में काम करने की ख्वाहिश कभी पूरी नहीं हो पाई। मधुबाला को इस ख्वाहिश के पूरा न होने का हमेशा ही बेहद अफसोस रहा था।
- खबरों के मुताबिक, मधुबाला रोटी कपड़ा और मकान के डायरेक्टर बिमल रॉय की फिल्म ‘बिराज बहू’ में काम करना चाहती थीं। उन्होंने इसके लिए बिमल रॉय के ऑफिस के कई चक्कर भी लगाए थे। हालांकि बिमल रॉय किसी वजह से उन्हें कास्ट नहीं कर पाए।
- अपने पूरे करियर में 66 फिल्मों में काम कर चुकी मधुबाला को आखिरी वक्त तक इस बात का बेहद अफसोस था। आपको बता दें कि ‘बिराज बहू’ साल 1954 में रिलीज हुई थी। ‘बिराज बहू’ में कामिनी कौशल ने काम किया था। ये फिल्म इसी नाम से शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की बंगाली उपन्यास पर आधारित थी।
- मधुबाला अपनी खूबसूरती के लिए 'वीनस ऑफ इंडियन सिनेमा' कहा जाता है। मधुबाला ने राज कपूर, देव आनंद, दिलीप कुमार और किशोर कुमार समेत कई अभिनेताओं के साथ 40 और 50 के दशक में कई फिल्मों में काम किया था।
- मधुबाला एक ऐसी हीरोइन रहीं जिनके चर्चे बॉलीवुड ही नहीं बल्कि विदेशों और हॉलीवुड में भी फैले हुए थे। उनकी खूबसूरती और लोकप्रियता का आलम ये था कि ऑस्कर अवॉर्ड विनर निर्देशक फ्रैंक कापरा मधुबाला को हॉलीवुड में ब्रेक देने का मन भी बना चुके थे, लेकिन मधुबाला का मकसद हॉलीवुड नहीं था, वो तो बस बॉलीवुड में छा जाना चाहती थीं।
- मधुबाला और दिलीप कुमार की जोड़ी ऑनस्क्रीन और ऑफस्क्रीन काफी पॉपुलर हुई। दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे। दिलीप कुमार मधुबाला से शादी तक करने के लिए तैयार थे। हालांकि, कहा जाता है कि पिता के कारण दोनों शादी नहीं कर सके। बाद में मधुबाला की शादी किशोर कुमार से हुई। इस शादी के बाद मधुबाला बीमार रहने लगीं।
- मधुबाला के दिल में बचपन से छेद था। वह 11 भाई बहनों के परिवार में कमाने वाली इकलौती सदस्य थीं। उनके पिता लाहौर में स्थित इंपीरियल टोबैको कंपनी में काम किया करते थे। हालांकि, नौकरी चले जाने के बाद वह लाहौर से दिल्ली आ गए थे। इसके बाद दिल्ली से मुंबई गए।
- मधुबाला महज छह साल की थी जब उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। हालांकि, बचपन से उनके दिल में छेद था। आगे चलकर ये बीमारी गंभीर होती गई। मधुबाला के जीवन के आखिरी 9 साल काफी एकांत में गुजरे थे। 23 फरवरी 1969 को मधुबाला ने दुनिया को अलविदा कह दिया था।