बॉलीवुड की बेहतरीन ऐक्ट्रेसेस में से एक पूनम ढिल्लन आज अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। फिल्मों में ही नहीं बल्कि टीवी सीरियल्स में पूनम ढिल्लन की एक्टिंग को काफी पसंद किया जाता रहा है। पुनम अपनी एक्टिंग को लेकर जितनी मशहूर हुईं उतनी ही उनकी लव लाइफ भी सुर्खियों में रही है। पूनम ने अपने अब तक के फिल्मी करियर में 80 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। पूनम जिनती 80 के दशक में खूबसूरत दिखती थीं उतनी ही ग्लैमरस वो आज भी हैं। तो आइए आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताते हैं उनकी लाइफ से जुड़ी कुछ खास बातें....
पूनम ढिल्लन का जन्म 18 अप्रैल, 1962 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था। उनके पिता भारतीय वायुसेना में एयरक्राफ्ट इंजिनियर थे। पिता का ट्रांसफर होता रहता था। लेकिन, पूनम का ध्यान पढ़ाई पर ही रहा। सुंदर तो वो शुरू से ही थीं। पूनम का सपना डॉक्टर बनने का था लेकिन, किस्मत ने उन्हें पहले मिस इंडिया और बाद में एक अभिनेत्री बना दिया।
16 साल की उम्र में पूनम ने मिस इंडिया का खिताब अपने नाम कर लिया था। ऐसे में उनकी खूबसूरती से आकर्षित होकर निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा ने उन्हें अपनी फ़िल्म 'त्रिशूल' में काम करने का ऑफर भी दिया, लेकिन उस वक्त पूनम ने इस फ़िल्म में काम करने से मना कर दिया था। कई दिनों तक समझाने के बाद पूनम इस फ़िल्म के लिए इस शर्त पर राजी हुईं कि वे अभिनय सिर्फ स्कूल की छुट्टियों में ही किया करेंगी।
पहली फ़िल्म में ही उन्हें संजीव कुमार, शशि कपूर और अमिताभ बच्चन जैसे बड़े सितारों के साथ काम करने का मौका मिल गया और यह फ़िल्म सुपरहिट हुई और उधर पूनम के लिए बॉलीवुड के रास्ते पूरी तरह से खुल गए। 80 के दशक में जब पूनम के सितारे बुलंदियों पर थे तब उनके डायरेक्टर राज सिप्पी संग अफेयर की खबरें जोरों पर थीं।
लेकिन राज पहले से शादीशुदा थे। हालांकि, कुछ समय बाद दोनों अलग हो गए। पूनम राज से शादी करना चाहती थीं जबकि राज अपनी फैमिली को छोड़ना नहीं चाहते थे। इसी वजह से दोनों ने अपने रास्ते अलग कर लिए। पूनम ने 1988 में फ़िल्म प्रोड्यूसर अशोक ठकेरिया से शादी की और कुछ सालों में ही दोनों अलग हो गए। इस दम्पति के दो बच्चे हैं।
सोनी महिवाल (1984), तेरी मेहरबानियां (1985), नाम (1986), ये वादा रहा (1982), दर्द (1981), कर्मा (1986), पत्थर के इंसान (1990), हिम्मत और मेहनत (1987), सोने पे सुहागा (1986), गिरफ्तार (1985), हिसाब खून का (1989), शिवा का इंसाफ (1985), रमैया वस्तावैया (2013) जैसी सुपरहिट फ़िल्में देने वाली पूनम सोशल सर्विस और पॉलिटिक्स में भी काफी दिलचस्पी रखती हैं।