पंजाब की शान गुरदास मान आज अपना 62 वां जन्मदिन मना रहे है आज भी जब गुरदास मान स्टेज पर परफॉर्म करते हैं तो हर दिल फकीर बनकर दीवानों-सा झूमता है. गुरदास मान का जन्म 4 जनवरी 1957 को पंजाब के गिद्दरबाहा में हुआ. उन्हें शोहरत मिली 1980 में गाने दिल दा मामला से 38 साल बाद भी उनके गाने फैंस के दिलों को छू जाते हैं. गुरदास मान ने अपनी जिंदगी में तमाम गाने गाए लेकिन एक गाना है जो बेहद इमोशनल है जो उन्होंने तब लिखा जब उन्होंने मौत का मंजर अपनी आंखों के सामने देखा.
अपने ड्राइवर के लिए लिखा था गाना
दरअसल हुआ यूँ की साल 2001 में रोपड़ के पास गुरदास मान का बड़ा जबरदस्त एक्सिडेंट हुआ. उनकी कार और ट्रक के बीच जबरदस्त भिड़त हुई. लेकिन खुदा का करम था कि गुरदास मान को बस थोड़ी चोट आई. लेकिन उनके ड्राइवर की वहीं मौत हो गई. इस एक्सिडेंट के बारे में गुरदास मान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि घटना के कुछ ही मिनट पहले मेरे वीर (भाई, मेरा ड्राइवर) ने बोला था. पाजी सीट बेल्ट बांध लो. उसकी हिदायत ने मुझे बचा लिया. लेकिन मैं अपने ड्राइवर को नहीं बचा सका. उसका मुझे आज भी अफ़सोस है
अपना पंजाब को बम्र्घिम में बेस्ट सॉन्ग का अवार्ड
गुरदास मान ने इस हादसे के बाद एक गाना लिखा, बैठी साडे नाल सवारी उतर गई. इस गाने को उन्होंने अपने ड्राइवर दोस्त को डेडिकेट किया. इस गाने को काफी पसंद किया गया. मान के गीत अपना पंजाब को 1998 में बम्र्घिम में बेस्ट सॉन्ग का अवार्ड भी दिया गया. अदाकारी में गुरदास मान ने फिल्म उधम सिंह में अपना हुनर दिखाया था. हाल ही में गुरदास मान कॉमेडी किंग कपिल शर्मा की शादी में परफॉर्म करते नजर आए थे.
गुरदास मान की उनकी दरियादिली के लिए भी जाना जाता है
गुरदास मान को उनके शांत और नेकदिल स्वभाव के लिए काफी पहचाना जाता है. जिसका उदाहरण वह कई बार लाइव इवेंट के दौरान स्टेज या ऑन स्क्रीन पर दे चुके हैं. कुछ ऐसा ही पुराना वीडियो इंटरनेट पर सनसनी मचा रहा है. पंजाबी सिंगर गुरदास मान ने एक इवेंट के दौरान कुछ ऐसी दरियादिली दिखाई, जिसे देखने के बाद आप दांतों तले अंगुलियां दबाते रह जाएंगे. एक इवेंट में गुरदास मान के गाने के दौरान उनके चाहने वालों ने उन पर नेक स्वरूप हजारों या लाखों रुपए के नोट उड़ाये.
300 से ज्यादा गाने लिख चुके हैं.
गुरदास मान ने अपना गाना खत्म करने के बाद स्टेज पर पड़े सभी पैसों को दर्शकों में मौजूद दिव्यांग दंपत्ति को देने का ऐलान किया. स्टेज पर पड़े सभी नोटों को अपने मैनेजर के जरिए उन्हें तुरंत देने के लिए कहा. पैरों से न चल पाने वाले दिव्यांग पति-पत्नी और उनका एक बेटा सभी नोटों को एक बैग में भरने लगे. गुरदास मान की ये दरियादिली लोगों के दिलों को छू गई. सनी देओल की 'गदरः एक प्रेमकथा' गुरदास मान की फिल्म 'शहीद-ए-मोहब्बत बूटा सिंह' से प्रेरित बताई जाती है. गुरदास मान अब तक लगभग 35 एल्बम निकाल चुके हैं और 300 से ज्यादा गाने लिख चुके हैं.
गुरदास मान मार्शल आर्ट एक्स्पर्ट भी हैं
बहुत काम लोग जानते है गुरदास मान मार्शल आर्ट एक्स्पर्ट भी हैं। उन्होंने जूडो में ब्लैक बेल्ट भी जीती है। गुरदास मान को बतौर बेस्ट प्लेबैक सिंगर नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिल चुका है। 1980 और 1990 में अपने गानों और उसके बाद अपनी फिल्मों के माध्यम से पंजाब में पुलिस अत्याचार को उजागर करने वाले गुरदास मान पहले कलाकार थे।