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आश्रम की शूटिंग के दौरान नशे में धुत रहते थे बॉबी देओल, इस एक्टर ने रिवील की अपने सह-कलाकार की हरकतें

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आश्रम की शूटिंग के दौरान नशे में धुत रहते थे बॉबी देओल, इस एक्टर ने रिवील की अपने सह-कलाकार की हरकतें

Bobby Deol loved to drink party on the sets of Aashram: बॉबी देओल (Bobby Deol) अपनी हालिया रिलीज एनिमल की सफलता का आनंद ले रहे हैं. संदीप रेड्डी वांगा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में बॉबी ने खलनायक 'अबरार हक' की भूमिका निभाई, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया. इससे पहले बॉबी देओल ने अपनी वेब सीरीज 'आश्रम' (Aashram) के लिए कापी तारीफ बटोरीं थी जिसमें उन्होंने एक स्व-घोषित गॉडमैन की भूमिका निभाई थी. बॉबी के साथ शो में सह-कलाकार रहे विक्रम कोचर (Vikram Kochhar) ने एक्टर के साथ काम करने के अपने अनुभव के बारे में बात की.

आश्रम की शूटिंग के दौरान पार्टी करते थे बॉबी देओल

विक्रम कोचर ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में खुलासा किया कि बॉबी देओल को शराब पीना पसंद है  और जब उनका वेब शो आश्रम फिल्माया जा रहा था, तब उन्होंने वेब सीरीज के पूरे कलाकारों के साथ पार्टियों में जाने का आनंद लिया. वहीं इस इंटरव्यू में विक्रम कोचर ने याद किया जब बॉबी ने उन्हें आमंत्रित किया और शराब पीने पर जोर दिया.

जब ड्रिंक्स करने से विक्रम कोचर को हुई थी उल्टी

अपनी बात को जारी रखते हुए विक्रम कोचर ने कहा कि "जब मैं आश्रम कर रहा था, बॉबी सर ने कहा, 'तुम किस तरह के पंजाबी हो कि तुम शराब नहीं पी सकते'. फिर मैंने उनसे कहा, 'यह मेरी मर्जी से नहीं है, बल्कि मेरी मर्जी से है'' शरीर शराब को अस्वीकार कर देता है. मुझे धूम्रपान से भी एलर्जी है' फिर भी उन्होंने मुझे 'पटियाला पैग' ऑफर किया. इसे पीने के बाद मैं अपने कमरे में उल्टी कर रहा था'.

अपने करियर को लेकर बॉबी देओल ने कही थी ये बात

अपने करियर के सबसे बेकार दिनों को बात करते हुए बॉबी देओल ने कहा, "मैंने हार मान ली, मैंने खुद पर दया करना शुरू कर दिया. मैंने बहुत शराब पीना शुरू कर दिया, मैं घर पर बैठा रहता था. मैं कोसता रहता था और कहता था, क्यों नहीं लोग मुझे लेते हैं? मैं अच्छा हूं, वे मेरे साथ काम क्यों नहीं करना चाहते? मुझे लगता है कि मैं हर चीज को लेकर इतना नकारात्मक हो गया कि मुझमें कोई सकारात्मकता नहीं आ रही थी. मैं घर पर बैठा रहता था, मेरी पत्नी काम करती है. अचानक मैंने अपने बेटे को यह कहते हुए सुना, 'तुम्हें पता है मां, पापा घर पर बैठे रहते हैं और तुम हर दिन काम पर जाती हो.' इससे बाहर निकलने के बाद, मुझे ठीक होने के लिए सही मानसिक स्थिति में आने में समय लगा. यह रातोरात नहीं हो सकता. मेरा भाई, मेरे पिता, मेरी मां, मेरी बहनें, वे हमेशा वहां थे''.

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