Advertisment

सितारे पहुंच रहे हैं बड़े दांडिया पंडालों में, बॉलीवुड मना रहा गरबा और डांडिया नाइट्स

author-image
By Sharad Rai
New Update
सितारे पहुंच रहे हैं बड़े दांडिया पंडालों में, बॉलीवुड मना रहा गरबा और डांडिया नाइट्स

फिल्म प्रचारक अब्दुल क़ादिर ने बोरिवली मुम्बई के कोरा केंद्र की एक दांडिया कार्यक्रम में सनी देओल को एक दिन का अतिथि  बनने के लिए विचौलिए को मुंह मांगा दाम देने का ऑफर दिया लेकिन बात बनी नहीं.यहां तक कि फिल्म 'गदर 2' के निर्देशक अनिल शर्मा तक को यह प्रस्ताव दिया गया लेकिन गुरुदासपुर के सांसद ने उनकी भी नहीं सुना. सनी का जवाब था -"तारा सिंह फिल्म के प्रोमोशन में चला गया जरूर लेकिन वह गली गली जाकर डांस नहीं करेगा." बॉलीवुड के बहुत से सितारे हैं जो गरबा डांस में सिर्फ मेहमान बनकर एक दिन या पूरे दस दिन शामिल होने के लिए अच्छा खासा दाम वसूल किये हैं.

पाठकों को बता दें कि जिन पंडालों में सितारे पहुंचते हैं, वहां महंगे टिकट और सीजन के पास बिकते हैं.ज्यादातर गायक, गायिका या गरबा सिंगर ही  नवरात्रि के गरबा डांस के खास आकर्षण होते हैं. अब्दुल कादिर ने हमे बताया कि छोटे से छोटे, कुछ दृश्य के फिल्म कलाकार बहीं मौकों पर बिक जाते हैं.उनको अच्छा पैसा मिल जाता है. टीवी धारावाहिकों के तो निर्माता ही डील कर लेते हैं और वे पूरी टीम के साथ दांडिया डांस में जाकर पंडालों की शोभा बनते हैं.

बॉलीवुड में इन त्योहारों पर यह चर्चा आम हो जाती है कि कौन सितारा उस मौके पर कहां होगा ? अब समय है नवरात्रि का यानी- दांडिया डांस उत्सव का. नवरात्रि माँ भगवती के जागरण और पूजा पाठ का पर्व है.मगर इधर कुछ सालों से फिल्मी नवरात्रि मनाने के आयोजनों की धूम बढ़ गई है. देवी के पूजा पंडालों में हर शाम दांडिया डांस होता है और नवरात्रि के नव दिन ये आयेजन धूम धाम से सेलिब्रेट किए जाते हैं. बॉलीवुड नगरी मुम्बई में  फिल्मी सितारे दांडिया में भाग लेने के लिए पहले से निमंत्रित किये जाते हैं.सितारे जिन नव दुर्गा पंडालों में जाने वाले होते हैं, वहां के आयोजक देखनेऔर खेलने वालों से टिकट लगाकर पैसा लेते हैं. दर्शक यह नहीं जानते कि सितारे भी वहां मेहमान बनकर जाने की कीमत लिया करते हैं.

वैसे, दांडिया पंडालों में सेलिब्रिटी चाहे फिल्मी सितारे हों, टीवी आर्टिस्ट हों , पोलटीसीयन हों या समाजसेवी हों, गेस्ट जो भी हों- गाना बहुधा फिल्मों का ही बजता है. क्योंकि दांडिया की ताल में ताल फिल्मी गानों की धुन पर ही मिलता है. दांडिया के दौरान सबसे ज्यादा बजने वाले गीत हैं- 'ढोली तारो', 'नगाड़ा संग ढोल', 'सबसे बड़ा तेरा नाम', 'ओ रे गोरी', 'राधा कैसे न जले' आदि हैं. इनके अलावा साल की हिट फिल्मों के और ताजा रिलीज फिल्मों के रोमांटिक गाने बजाए जाते हैं. इस साल 'गदर2' और 'पठान' के गानों की धूम है. पिछले साल साउथ की फिल्मों के गाने खूब बजे थे. इनमें  'पुष्पा', 'आरआरआर' के गाने थे जिन गीतों से देवी गीत का कोई मतलब नही था. इस साल गरबा पूर्व ही यूट्यूब के कई गानों पर प्रेक्टिस होते दिखी है.

जहां तक गरबा पंडालों में फिल्मी सेलिब्रिटीज के पहुचने की बात है, इस मौके पर पहली अप्रोच  गायकों को बुलाने की होती है. अभिजीत, विनोद राठौड़, रेखा राव, पामेला जैन आदि सिंगर पूरे सीजन के लिए बुक किए जाते हैं. इनमे अभिजीत जबसे बंगाली दुर्गा पूजा की जिम्मेदारी(लोखंडवाला) लेने लगे हैं, अब और जगह नही जाते हैं. कुमार सानू, उदित नारायण गरबा का हिस्सा बनने जाते हैं मेहमान की तरह.वहां वे गाते नहीं, उनके गाने बजाए जाते हैं और उनकी उपस्थिति में बाकी सब दांडिया खेलते हैं. आजकल हर शहर में दांडिया बैंड बहुत अधिक हो गए हैं. मांग तो पंजाबी गायकों दलेर मेहंदी, मीका, हनी, दलजीत दोसांझ की भी रहती है क्योंकि वहां मतलब नाचने गाने से होता है. गरबा के दौरान सबसे अधिक मांग वाली गायिका रही हैं फाल्गुनी पाठक, प्रीति पिंकी, पंडित बहनें आदि. 

गरबा नृत्य- संगीत पर इनका राज चलता रहा है  लेकिन, वे अब  पूरे सीजन के लिए महंगे दामों पर किसी क्लब या होटल के लिए बुक हो जाती हैं और उनके नाम पर दांडिया के टिकट खूब बिकते हैं. बॉलीवुड सितारों के दूर्गा पंडालों में पहुचने के हॉट स्पॉट के रूप में जाना जाता है- गोरेगांव स्पोर्ट्स क्लब, होटल सेंटूर ( जुहू और सांताक्रुज एयरपोर्ट ), कोरा क्लब, मीठीबाई कॉलेज , होटल सी प्रिंसेस, चौपाटी आदि. यहां फिल्म के सितारे और टीवी के कलाकार आमंत्रि किये जाते हैं. कभी कभी तो किसी सीरियल के कलाकार पूरी टीम के साथ पहुचकर फिल्मी धुन पर दांडिया खेलकर उत्सव की रंगत बढ़ाते हैं. स्वेता तिवारी, अविका गौर, रश्मि देसाई और 'भाभी जी घर पर हैं' की भाभियाँ दांडिया की खास शोभा होती हैं. तारक मेहता का उल्टा चस्मा' के तो कलाकार ही हैं दांडिया परिवार के.कुल मिलाकर यह फिल्म और टीवी कलाकारों के लिए सीजनल बिजनेस है और पॉपुलर होने का माध्यम भी.

Advertisment
Latest Stories