बॉलीवुड की गलियारों में आये दिनो नेपोटिज्म का मुद्दा उभारा जाता है, हिंदी सिनेमा के कई नामचीन हस्तिया इसका शिकार हुई हैं पर बॉलीवुड में ऐसे भी कई अभिनेता हैं जिन्हे नेपोटिज्म से ज़्यादा अपनी मेहनत और काबिलियत पर विश्वास करते हैं , हम यहाँ बात कर रहे हैं हवा बदले हसु के अभिनेता चन्दन रॉय सान्याल की।
नेपोटिज्म के इस मुद्दे पर चन्दन रॉय सान्याल का मानना है की 'मैं भाई भतीजावाद पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करता मैं ये समझता हूँ की यदि आप में काबिलियत है और आप मेहनती हैं तो आप की यह मेहनत एक न एक दिन ज़रूर रंग लाएगी. इंडस्ट्री में लम्बे समय तक टिके रहने के लिए मेरा यही मूल मंत्र है.
चन्दन का यह भी मानना है की 'आज इंडस्ट्री में हर किसी को काम मिल रहा है पर हकीकत तो यह है की आपको पहला मौका भले ही मिल जाये पर आप अपने काम और काम के प्रति अपने लगन के बल पर ही इस इंडस्ट्री में लम्बे समय तक टिक सकते हैं.और इसके कई उदाहरण हमारे सामने हैं.
चन्दन की वेब सीरीज़ 'हवा बदले हसु’ पर्यावरण पर आधारित साई फाई थ्रिलर है जिसमें सोशल कॉमेडी और विज्ञान से संबंधित साजिशों का दर्शाया गया है।