Review- Chandigarh Kare Aashiqui
रेटिंग - 3.5/5 stars
(चंडीगढ़ करे आशिकी)
एक्टर आयुष्मान खुराना हमेशा ही अपनी फिल्मों से लोगों का दिल जीतते हुए आये हैं और हर फिल्म में आयुष्मंण खुराना कुछ न कुछ अलग करते हुए दीखते है और एक बार फिर आयुष्मान खुराना लेके आ चुके हैं अपनी नई फिल्म 'चंडीगढ़ करे आशिकी' जिसमे उनके साथ नज़र आयी हैं 'वाणी कपूर' और इस फिल्म के निर्देशक हैं अभिषेक कपूर जो की इससे पहले 'काई पो छे' और 'केदारनाथ' जैसी फिल्में बना चुके है। ‘चंडीगढ़ करे आशिकी’ एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है जो की लोगों को हसाने के साथ ही साथ एक काफी अच्छा संदेश भी देती है, जैसा की अक्सर लोगों को आयुष्मान खुराना की फिल्मों में देखने को मिलता है।
फिल्म की कहानी चंडीगढ़ में रहने वाले एक पहलवान के उप्पर है जिसका नाम है 'मनु मुंजाल' जो की पेशे से एक जिम के मालिक है, और उनके जिम में आती है 'मानवी' जिसका किरदार निभाया है वाणी कपूर ने जो की जिम में एक ज़ुम्बा कोच होती है, एक साथ जिम में काम करते करते मनु और मानवी की प्रेम कहानी आगे बढ़ती है, लेकिन असली मसला तब शुरू होता है जब मनु को मानवी की सच्चाई का पता चलता है और वो ये की मानवी असल में एक 'ट्रांस गर्ल' होती है, जिसका मतलब ये की मानवी का जनम एक लड़के के शरीर के साथ होता है लेकिन उनके अंदर आत्मा एक लड़की की होती है, और आगे चलके मानवी अपना इलाज करवाती है और अपने शरीर को पूरे तरीके से लड़की के शरीर में बदल देती हैं, वहीँ मनु ये सच्चाई जान के दंग हो जाते है और मानवी से नफरत करने लगते हैं, अब आगे क्या होगा मनु और मानवी की इस प्रेम कहानी का ये आपको 'चंडीगढ़ करे आशिकी' फिल्म को देख के ही पता चल पाएगा।
फिल्म की कहानी कुछ अलग है लेकिन इसमें ऐसा कुछ भी नया नहीं है जो की इससे पहले आयुष्मान खुराना की फिल्मों में जनता ने ना देखा हो। आयुष्मान इससे पहले विक्की डोनर, शुभ मंगल सावधान, और शुभ मंगल ज़ादा सावधान में भी इस तरीके के रोले निभा चुके हैं और इस बार उनका मुद्दा 'ट्रांस सेक्सुअल लोगों' के बारे में जागरूकता फैलाने का है जिसको ये फिल्म काफी अच्छे और मज़ाकिया तरीके से दिखाती है।
फिल्म में सभी किरदारों ने अपना काम काफी अच्छे तरीके से किया है, जिस तरीके से आयुष्मान ने अपने शरीर को इतना बदला और एक पहलवान का रूप अपनाया वो देखने में काफी अच्छे लगते हैं, साथ ही साथ वाणी कपूर भी अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीतती हुई नज़र आई हैं और उनका काम इस फिल्म में काफी अच्छा है।
‘चंडीगढ़ करे आशिकी’ एक अच्छी पारिवारिक फिल्म है जिसे लोग एक बार ज़रूर देख सकते हैं, लेकिन इसमें कुछ भी ऐसा ख़ास नहीं जो की लोगों ने इससे पहले कभी न देखा हो
यश कुमार