/mayapuri/media/post_banners/aa7215173cea7e92b4f76979eb9d82470cb5a5d18df8e7e9c458741ebea7cd44.jpg)
फिल्मी विरासत को शुरू करने वाले पृथ्वीराज कपूर के बारे में यह बात कम ही लोग जानते हैं कि वो भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के बेहद करीब थे। बता दें कि राज्यसभा में मनोनीत होकर संसद में कदम रखने वाले पहले बॉलीवुड अभिनेता पृथ्वीराज कपूर ही थे। वो न केवल कट्टर कांग्रेसी थे बल्कि पंडित नेहरू के समर्थक और विश्वासपात्र और अच्छे दोस्त भी थे। हालांकि इन दोनों में घनिष्टता थी लेकिन आपको यह जानकर हौरानी होगी की एक मौका ऐसा भी आया जब पृथ्वीराज कपूर ने पंडित जवाहर लाल नेहरू से मिलने से मना कर दिया था।/mayapuri/media/post_attachments/96bba902c950d4081acd252d2aab43803d1c2398463301badf645fa6d058076c.jpg)
जवाहर लाल नेहरू से मिलने सेे किया था इनकार
वरिष्ठ पत्रकार राशिद किदवई की किताब के अनुसार पृथ्वीराज कपूर से जब पंडित नेहरू मिलना चाहते थे तो पृथ्वीराज ने ये कहते हुए इनकार कर दिया था की वो (पृथ्वीराज) अपनी थिएटर टीम के साथ हैं। पंडित जी इशारा समझ गए और उन्होंने इसके बाद थिएटर की पूरी टीम को अपने निवास स्थान पर दावत के लिए बुलाया और पृथ्वीराज भी खुशी-खुशी चले आए।
/mayapuri/media/post_attachments/1738444e4dc91b73a92310819778731609fcdaa844fa790e7169433208d565a2.jpeg)
पृथ्वीराज कपूर कांग्रेस पार्टी के बेहद करीब थे
सभी जानते हैं कि पृथ्वीराज कपूर कांग्रेस पार्टी के बेहद करीब थे और कई बार राज्यसभा में पूरे जोर शोर से उन्होंने पंडित नेहरू की नीतियों के साथ-साथ कांग्रेस के काम का समर्थन भी किया था। पृथ्वीराज कपूर के एक कज़िन के हवाले से राशिद अपनी किताब में लिखते हैं कि पंडित नेहरू को पृथ्वीराज से काफी स्नेह था। उन्हें पृथ्वीराज जी के आसपास रहने से हिम्मत मिलती था। वो अक्सर उनसे मिलते रहते थे।
/mayapuri/media/post_attachments/5b2bdb69e040c1b23b5edca4fd333dfe8c95cc93c31794fe564f4aeb0030c39f.jpg)
साइलेंट फिल्म ‘सिनेमा गर्ल’ से की करियर की शुरुआत
29 मई 1971 को इस दुनिया को अलविदा कह देने वाले पृथ्वीराज कपूर के अभिनय के साथ-साथ लोग उनकी बुलंद आवाज़ का लोहा मानते थे। हालांकि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक साइलेंट फिल्म ‘सिनेमा गर्ल’ (1930) से की थी। पृथ्वी थिएटर की शुरूआत करने के अलावा उन्होंने कपूर खानदान की जगह भी बॉलीवुड में सुनिश्चित कर दी गई थी।
/mayapuri/media/post_attachments/294dc24a4ec7996a59125d66b571afe297c44af88b08b8f35760400c68d29277.jpg)
2600 से अधिक नाटकों में किया भिनय
पृथ्वी थिएटर के ज़रिए उन्होंने लगभग 2600 से अधिक नाटकों में अभिनय किया। लेकिन पंडित जवाहर लाल नेहरू के कहने पर वो राजनीति में उतरने से भी नहीं हिचके और खुलकर कांग्रेस के समर्थन में काम करते रहे। वो कांग्रेस के साथ नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आज़ाद हिंद फौज का समर्थन करते थे और अक्सर नेताजी के आदर्शों की चर्चा करते रहते थे।
/mayapuri/media/post_attachments/7ab6ccf76de8a45aaec840c7f968b2c673222d5618660a4357d879b1902001a1.jpg)
आखिरी फिल्म ‘कल आज और कल’
उनकी आखिरी फिल्म ‘कल आज और कल’ (1971) में रिलीज़ हुई थी और अगले ही साल उनका देहांत हो गया था। ये भी मात्र संयोग था की जवाहर लाल नेहरू जी की मृत्यु 27 मई 1964 में हुई और पृथ्वीराज कपूर ने 64 साल की उम्र में 29 मई को अपनी आखिरी सांस ली।
/mayapuri/media/post_attachments/6c955669ae11f82a863beec6449b89a1f4b9a2fc58d9e357f6e128eec04eb84d.jpg)
Follow Us
/mayapuri/media/media_files/2025/10/03/cover-2661-2025-10-03-18-55-14.png)