'हफीज हाफिज' गाने की तैयारी के लिए जंगलों में कैम्प लगाकर रह रहे है अविनाश

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By Mayapuri Desk
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'हफीज हाफिज' गाने की तैयारी के लिए जंगलों में कैम्प लगाकर रह रहे है अविनाश

'लैला मजनू' के ट्रेलर में हमें डेब्यूटेंट एक्टर अविनाश तिवारी के प्रभावशाली अभिनय की झलक देखने को मिली। जिसने यह साफ़ कर दिया कि इस युवा अभिनेता ने सदियों पुराने प्यार के पागलपन जैसे बहु स्तरित चरित्र को परदे पर दिखाने के लिए कड़ी मेहनत की है। अविनाश ने मजनू के पागलपन को अपना बनाने के लिए 17 दिनों के शॉट अवधि में न सिर्फ फिसिकल ट्रांसफॉर्मेशन को अंजाम देते हुए लगभग 12 किग्रा वजन कम किया बल्कि इस किरदार को जिवंत करने के लिए कोई कसर भी नहीं छोड़ी।

मजनू एक ऐसा व्यक्ति है जो गहन प्यार में विश्वास करता है, एक ऐसा प्रेम जो सामान्य नहीं है लेकिन भावुक और किसी की कल्पना से परे है। मजनू की इस गहराई और तीव्रता को समझने के लिए, अविनाश को अपने चरित्र की आत्मा से जुड़ने की जरुरत थी और इसलिए अभिनेता ने बाकी दुनिया से दूर, कुछ अलग-अलग जगहों पर जाकर समय बिताने का फैसला किया। इसके लिए अविनाश ने अन्य सभी कलाकारों और चालक दल के साथ होटल में न ठहरते हुए, कश्मीर की ठंडी वादियों और जंगलों में कैम्प लगाकर रहने का विकप्ल चुना, ताकि वह मजनू की आत्मा की तलाश कर उसे अपने प्रदर्शन में समाहित कर सकें. इस दौरान जब वह कैम्पिंग करते हुए जंगलों में घूम रहे होते थे तो ग्रामीण वास्तव में उन्हें पागल ही समझते थे।

मुझे अपनी आत्मा से जुड़ना पड़ा

अविनाश बताते है “लैला के लिए मजनू का प्यार वास्तव में सिर्फ शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। उसका प्यार आध्यात्मिक है और इसे अपने किरदार में उतारने के लिए उसकी जिंदगी जीना बेहद आवश्यक था. मुझे अपनी आत्मा से जुड़ना पड़ा। इसलिए, मैंने इस किरदार को समझने और तैयार करने के लिए दिन भर अकेले जंगल में रहना उचित समझा.“

खैर, हाफिज हाफिज गाने को मिल रही सफलता को देखते हुए हम यह कह सकते है कि अविनाश को उनकी मेहनत का पूरा फल मिला है. लैला मजनू के प्यार के पागलपन को दर्शाती इस फिल्म का निर्देशन सजिद अली कर रहे हैं। वहीं बालाजी मोशन पिक्चर और इम्तियाज अली इस फिल्म के निर्माता है. यह फिल्म 7 सितम्बर 2018 को रिलीज होगी।

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