ज़ी टीवी का सारेगामापा सबसे लंबे समय तक चलने वाला सिंगिंग रियलिटी शो है, जो लगभग 3 दशकों से दर्शकों के दिलों पर राज कर रहा है. श्रेया घोषाल, शेखर रवजियानी, कुणाल गांजावाला, सुगंधा मिश्रा, कमाल खान, राजा हसन, वैशाली म्हाड़े जैसे इंडस्ट्री में अपना नाम बनाने वाले बेमिसाल टैलेंट को दुनिया के सामने पेश करने के बाद ज़ी टीवी, सारेगामापा लिटिल चैंप्स के 9वें सीज़न के साथ एक बार फिर सिंगिंग के बेमिसाल नन्हें उस्तादों को सबसे बड़े मंच पर चमकने का मौका दे रहा है! इस सीज़न में दर्शकों को जजों का ताजातरीन पैनल देखने को मिल रहा है, जिसमें शंकर महादेवन, अनु मलिक और नीति मोहन युवा गायन प्रतिभाओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं और भारती सिंह होस्ट के रूप में सबका मनोरंजन करती नजर आ रही हैं.
जहां टॉप 12 कंटेंस्टेंट्स अपनी शानदार सिंगिंग से सबका दिल जीत रहे हैं, वहीं इस वीकेंड दर्शकों को एक सरप्राइज़ मिलने वाला है, जहां स्पेशल एपिसोड - ‘सेलिब्रेटिंग 100 इयर्स ऑफ मुकेश’ में लेजेंडरी प्लेबैक सिंगर नितिन मुकेश मेहमान के रूप में नजर आएंगे. जहां सभी कंटेस्टेंट्स ने शानदार परफॉर्मेंस दीं, वहीं नितिन मुकेश ने बताया कि कैसे उनके पिता मुकेश जी ने लंबे समय तक संघर्ष किया. यहां तक कि इंडस्ट्री में ‘आवारा हूं’ और ‘मेरा जूता है जापानी’ जैसे लोकप्रिय गाने देने के बावजूद उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था. उनकी प्रेरणादायक कहानी सुनने के बाद शंकर महादेवन ने कहा कि यह कहानी बच्चों को प्रेरित करेगी और उनमें अपने सपने पूरे करने के लिए कड़ी मेहनत करने का हौसला जगाएगी.
नितिन मुकेश बताते हैं, “मैंने कभी किसी इंसान के ऐसे संघर्ष के बारे में नहीं सुना, जिसकी जिं़दगी में इतने सारे उतार-चढ़ाव आए हों. वो कई दिनों तक भूखे प्यासे रहे, लेकिन अजीब बात यह है कि ‘आवारा हूं’ और ‘मेरा जूता है जापानी’ जैसे मशहूर गाने गाकर वो ‘द मुकेश जी’ तो बन गए, लेकिन उसके बाद भी उन्हें 6-7 वर्षों तक संघर्ष करना पड़ा. एक वक्त तो ऐसा भी था जब उनके पास मेरी और मेरी बहन की स्कूल फीस देने के लिए भी पैसे नहीं थे. मुझे अब भी याद है हमारे घर के पास एक सब्जी वाले रहते थे, जो मुकेश जी को बहुत चाहते थे. उन्हें मुकेश जी की आवाज इतनी पसंद थी कि उन्होंने कुछ पैसे देने की पेशकश की. इस तरह मुकेश जी ने हमारी फीस भरी, लेकिन ना तो कभी उन्होंने और ना ही उस सब्जी वाले में हम तक यह बात पहुंचने दी. लेकिन हमारी मां हमसे सब कुछ बता देती थीं और उन्होंने कहा कि ‘देखो तुम्हारे पापा कितने मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं.’ ये ऐसी यादें हैं, जो मैं कभी नहीं भूलूंगा. मैं यही प्रार्थना करता हूं कि मैं भी उनके कदमों पर चल सकूं. उन्होंने कभी हार नहीं मानी और वो हमेशा कहते थे कि वो विजेता बनकर सामने आएंगे और उन्होंने ऐसा किया भी.”
शंकर महादेवन ने कहा, “ये कहानियां यकीनन सभी कंटेस्टेंट्स को प्रेरित करेंगी और उन्हें अपने सपने पूरे करने के लिए कड़ी मेहनत करने का हौसला देंगी.”
जहां नितिन मुकेश ने मुकेश जी के बारे में यह दिलचस्प बातें बताईं, वहीं आप भी थोड़ा इंतजार कीजिए और इस वीकेंड सभी टॉप 12 कंटेंस्टेंट्स की दिलकश परफॉर्मेंस देखने के लिए तैयार हो जाइए.
ऐसे ही कुछ कमाल के पलों, दिलचस्प किस्सों और युवा सिंगिंग प्रतिभाओं की शानदार परफॉर्मेंस का मज़ा लेने के लिए देखते रहिए सारेगामापा लिटिल चैंप्स, हर शनिवार और रविवार रात 9 बजे, सिर्फ ज़ी टीवी पर!