एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया (Dipika Chikhlia), जो रामानंद सागर की रामायण में सीता की भूमिका निभाने के लिए जानी जाती हैं, उन्होंने खुद का एक वीडियो शेयर किया. एक्ट्रेस वीडियो में सीता के रूप में तैयार हो रखी है , जिसे उनके फैन्स ने प्यार से नहलाया है. कुछ ने उनकी तुलना कृति सनोन से भी की , जिन्होंने ओम राउत की ‘आदिपुरुष’ में वही भूमिका निभाई थी, जो इसके संवादों को लेकर विवादों में घिरी रही, जिसमें सीता का 'भारत की बेटी' के रूप में उल्लेख भी शामिल है.
‘आदिपुरुष’ में कृति जानकी के रूप में नजर आ रही हैं. फिल्म में राघव (राम) के रूप में प्रभास, लंकेश (रावण) के रूप में सैफ अली खान, शेष (लक्ष्मण) के रूप में सनी सिंह और बजरंग (हनुमान) के रूप में देवदत्त नाग भी हैं.
दीपिका चिखलिया का वीडियो
अपने द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में, दीपिका ने एक भगवा साड़ी पहनी थी, जिसने फैन्स को रामानंद सागर के रामायण में सीता के रूप में याद दिलाया, जो 1980 के दशक के अंत में दूरदर्शन पर प्रसारित होना शुरू हुआ था. उसके माथे पर लाल बिंदी थी और उसने लाल सिंदूर (सिंदूर) भी पहना था. दीपिका ने प्रार्थना की और क्लिप में अलग-अलग पोज दिए. उन्होंने इंस्टाग्राम रील्स पर शेयर किए गए वीडियो में ‘आदिपुरुष’ गीत राम सिया राम को जोड़ा.
फैन्स ने दी प्रतिक्रिया
दीपिका ने अपने कैप्शन में लिखा, "यह पोस्ट पब्लिक डिमांड पर है... मैं उस प्यार के लिए आभारी हूं जो मुझे हमेशा मेरे द्वारा निभाई गई भूमिका के लिए मिला है... मैं सीता जी के रूप में... इससे ज्यादा नहीं मांग सकती थी..."
एक प्रशंसक ने दीपिका की तुलना आदिपुरुष की कृति सनोन से की और उनके वीडियो पर टिप्पणी की, "कृति सनोन से 600 करोड़ गुना बेहतर." एक अन्य ने लिखा, 'सीता जी की यह एक रील पूरी आदिपुरुष फिल्म को कड़ी टक्कर दे सकती है.' एक फैन ने कमेंट भी किया, 'सीता जी के रोल में आपकी जगह कोई नहीं ले सकता.'
कृति सेनन को दीपिका ने कहा
पिछले महीने, फिल्म निर्माता ओम राउत ने तिरुपति मंदिर परिसर के बाहर कृति सनोन को अलविदा कहा था. दीपिका, जिन्होंने सीता की भूमिका को अमर कर दिया, उन्होंने इस घटना से अपनी नाराजगी साझा की और कहा कि कृति ने शायद खुद को सीता के रूप में नहीं सोचा होगा.
दीपिका ने आजतक को दिए एक इंटरव्यू में हिंदी में कहा था , “मेरा मानना है कि इस पीढ़ी के अभिनेताओं के साथ यह एक बड़ी समस्या है, क्योंकि वे न तो किरदार में घुसते हैं और न ही उसकी भावनाओं को समझते हैं. उनके लिए रामायण सिर्फ एक फिल्म रही होगी. शायद वे इससे आध्यात्मिक रूप से नहीं जुड़े हैं. कृति आज की जनरेशन की एक्ट्रेस हैं. आज के दौर में किसी को किस करना या गले लगाना एक स्वीट जेस्चर माना जाता है. उसने कभी अपने को सीता जी नहीं समझा होगा. यह भावनाओं का विषय बन जाता है. मैंने सीता के किरदार को जिया है जबकि आज की अभिनेत्रियां उसे सिर्फ एक भूमिका समझती हैं. फिल्म या प्रोजेक्ट खत्म होने के बाद, उन्हें अब कोई परवाह नहीं है.”