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दिव्या खोसला कुमार ने ठोस तर्क देते हुए कहा, अगर टी-सीरीज़ ने सोनू निगम जैसे किसी बाहरी व्यक्ति को अपना पहला ब्रेक दिया तो यह नेपोटिजम कैसे है? 

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By Mayapuri Desk
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दिव्या खोसला कुमार ने ठोस तर्क देते हुए कहा, अगर टी-सीरीज़ ने सोनू निगम जैसे किसी बाहरी व्यक्ति को अपना पहला ब्रेक दिया तो यह नेपोटिजम कैसे है? 

जहां

देश

अभी

भी

प्रतिभाशाली

कलाकार

,

सुशांत

सिंह

राजपूत

के

चले

जाने

का

शोक

मना

रहा

है

,

वहीं

कई

लोग

स्थिति

का

लाभ

उठा

रहे

हैं

और

नए

विवाद

पैदा

कर

रहे

हैं।

उनमें

से

एक

है

गायक

सोनू

निगम

,

जिन्होंने

टी

-

सीरीज़

के

मुखिया

भूषण

कुमार

पर

कई

बेबुनियाद

आरोप

लगाए

है

,

उन

पर

संगीत

माफिया

का

हिस्सा

होने

का

आरोप

लगाया

,

जो

प्रतिभाशाली

बाहरी

लोगों

को

अपना

टेलेंट

दिखाने

से

रोकते

हैं।

भूषण

कुमार

की

पत्नी

और

दिग्गज

फिल्म

निर्माता

-

कलाकार

,

दिव्या

खोसला

कुमार

ने

सभी

तर्कों

पर

विचार

करते

हुए

सोनू

के

सभी

आरोपों

को

गलत

साबित

किया।

ऐसे

समय

में

जब

टी

-

सीरीज़

देश

का

सबसे

बड़ा

संगीत

चैनल

बन

गया

है

,

जिसमें

वह

कई

गायकों

,

संगीत

निर्देशकों

,

कलाकारों

और

गीतकारों

को

अपने

साथ

लेकर

चल

रहा

है

,

ऐसे

में

कंपनी

पर

आरोप

लगाया

गया

है

कि

वे

भाई

-

भतीजावाद

में

लिप्त

हैं

,

यह

पूरी

तरह

से

निराधार

दावा

है।

जबकि

कंपनी

ने

इंडस्ट्री

की

प्रतिभाओं

को

भी

मौका

दिया

है

,

जिन्होंने

संगीत

के

क्षेत्र

में

अपनी

योग्यता

साबित

की

है

,

उन्होंने

बाहरी

लोगों

से

उनकेअवसरों

को

भी

नहीं

छीना

जो

इसके

हकदार

थे।

दिव्या

इसे

जोर

देते

हुए

कहती

है

कि

, '

टी

-

सीरीज़

परिवार

ने

अब

तक

80%

कलाकारों

को

अवसर

दिया

है।

20%

वे

है

जिन्हे

हम

काम

नहीं

दे

पाए

हैं

वे

शिकायत

कर

रहे

हैं।

लेकिन

प्रत्येक

और

हर

किसी

को

मौका

देना

संभव

नहीं

है

,

लोगों

को

यह

समझना

चाहिए।

'

इससे

भी

बड़ी

आश्चर्यचकित

कर

देने

वाली

बात

यह

है

कि

सोनू

,

भूषण

और

टी

-

सीरीज

परिवार

पर

इनसाइडर्स

और

भाई

-

भतीजावाद

को

बढ़ावा

देने

का

आरोप

लगा

रहा

है

,

जबकि

यह

वे

लोग

थे

जिन्होंने

उन्हें

पहला

ब्रेक

दिया

था।

दिव्या

ने

एक

ठोस

तर्क

दिया

और

कहा

, '

सोनू

जी

,

आप

दिल्ली

के

इवेंट

में

5

रुपये

में

गा

रहे

थे।

गुलशन

कुमार

ने

आपको

देखा

और

आपको

यहां

ले

आए।

उन्होंने

आपके

टिकटों

का

भुगतान

किया

और

आपको

अपना

पहला

ब्रेक

दिया।

वह

आपको

ब्रेक

देने

के

बाद

भी

कई

मोके

देते

रहे।

जब

तक

आप

इंडस्ट्री

में

एक

स्थापित

कलाकार

नहीं

बन

गए

,

तब

तक

उन्होंने

आपको

अवसर

दिया।

जब

गुलशन

जी

को

माफिया

द्वारा

गोली

मार

दी

गई

थी

,

और

परिवार

एक

संकट

से

गुजर

रहा

था

,

और

भूषण

सिर्फ

18

वर्ष

के

थे

उस

वक्त

आप

परिवार

के

साथ

नहीं

थे।

जब

टी

-

सीरीज़

अपने

सबसे

खराब

दौर

से

गुजर

रही

थी

,

तो

आपने

एक

प्रतिद्वंद्वी

संगीत

कंपनी

के

साथ

जाने

का

फैसला

किया।

क्या

तुम

एहसान

फरामोश

नहीं

थे

? '

हालांकि

आरोप

लगाय

-

हटाए

जा

सकते

हैं

,

ऐसा

लगता

है

कि

सोनू

खुद

भूषण

कुमार

के

खिलाफ

लगाए

गए

सभी

अनावश्यक

आरोपों

का

जवाब

है।

आखिरकार

,

वह

एक

बहुत

ही

योग्य

आउटसाइडर

व्यक्ति

भी

थे

,

जिसे

अपना

करियर

शुरू

करने

के

लिए

एक

उचित

मंच

और

ब्रेक

दिया

गया

था

,

आज

उन्ही

लोगों

पर

वह

आरोप

लगा

रहा

है।

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