अभिनेता अमिताभ बच्चन आज सफल व्यक्तियों में ये एक माने जाते हैं। लोग उनका नाम कई बार उदाहरण देने के लिए इस्तमाल करते हैं। अपनी मेहनत से उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बना ली है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा आया था जब बिग बी बैंक्रप्ट हो गए थे। उनके घर पर रेड पड़ी थी। वो अपना सबकुछ खोने के कगार पर पहुंच गए थे।
जी हां ये बिलकुल सच है। इतनी मजबूती से खड़ा इंसान, एक सफल अभिनेता के बारे में ये बात जानना शायद हैरान कर देने वाला है लेकिन ये बिलकुल सच है। आइए आपको बताते हैं पूरी कहानी जो खुद बिग बी ने एक बार एक शो के दौरान सुनाई थी।
एक सफल अभिनेता बनने के बाद भी एक दौर आया था जब बिग बी की कंपनी बंद हो गई थी। वो घाटे में चले गए थे। बैंक में पैसे नहीं थे। हर जगह से टूट गए थे। कमाई के सारे ज़रिए बंद हो गए थे।
ये बात जब धीरूभाई अंबानी को पता चली तो उन्होंने बिना किसी से पूछे, बिना कुछ जाने अपने छोटे बेटे अनिल अंबानी से कहा- 'इसका बुरा वक्त चल रहा है इसे कुछ पैसे दे दो।' अनिल ने ये बात जब अमित जी को बताई तो धीरूभाई की उदारता को देखकर उनकी आँखें भर आई। धीरूभाई जितने पैसे देना चाहते थे उससे अमित जी की सारी परेशानी दूर हो जाती। लेकिन वो इसको स्वीकार नहीं कर पाए।
समय बदला धीरे धीरे सब सही हुआ अमिताभ बच्चन एक बार फिर से उठ खड़े हुए। उन्हें काम मिलना शुरू हुआ। देखते ही देखते उन्होंने अपने सारे कर्ज़े उतार दिए।
इसके बाद जब एक शाम अमित जी, धीरूभाई के घर एक इवेंट में गए हुए थे तो धीरूभाई नामी दिग्गज बिजनेसमैन के साथ बैठे हुए थे। उन्होंने बिग बी को बुलाया और कहा कि 'मेरे साथ बैठो', उनको थोड़ा अजीब लगा उन्होंने माफ़ी मांगी और कहा कि 'मैं अपने दोस्तों के साथ उधर बैठता हूं।' तो उन्होंने ज़िद की और अमित जी को अपने साथ बैठा लिया और बड़े बिजनेसमैन की महफ़िल में कहा- 'ये शख्स गिर गया था। लेकिन अपने बल पर फिर खड़ा हो गया। मैं इसकी इज्जत करता हूं।'
अमित जी के लिए धीरूभाई के ये शब्द उन हजारों-लाखों धन-दोलत से कई ज्यादा माइने रखते थे। अमित जी ने बताया कि धीरूभाई कहते थे कि 'ईश्वर ने हमें दो मार्ग दिए हैं उनतक पहुंचने के लिए- एक भक्ति और ध्यान का और दूसरा धर्म और ज्ञान का। मैं दूसरे मार्ग पर चलने वाला इंसान हूं। कर्म को धर्म मानता हूं और ज्ञान को ही ईश्वर।'
अमिताभ बच्चन आज एक ग्रेट-पर्सनालिटी हैं। हमें उनकी पॉपुलेरिटी, उनकी कामयाबी दिखाई देती है लेकिन इसके पीछे की मेहनत और लगन सिर्फ उन्हें ही पता है जिसने उन्हें गिरकर फिर से उठते देखा है।