रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को कल यानी बुधवार को अलीबाग पुलिस ने आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार किया था.
अर्नब गोस्वामी ने पहली रात अलीबाग के एक स्कूल में रहे. इस स्कुल को अस्थायी जेल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.
बता दें कि मुख्य जेल भेजे जाने से पहले उन्हें अस्थायी जेल में क्वाराइंटिन किया गया. अलीबाग जेल की आधिकारिक क्षमता 82 कैदियों की है, जबकि वर्तमान में इसमें 99 कैदी हैं.
राज्य के जेल अधिकारियों ने 158 कैदियों और 28 जेल अधिकारियों के बाद आर्थर रोड जेल में कोविद -19 के प्रसार को रोकने के लिए अस्थायी जेलों की शुरुआत की थी.
सूत्रों के अनुसार ये भी बताया गया कि अर्नब गोस्वामी को अस्थायी जेल में रखने का उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या वे कोविद -19 से संक्रमित हैं. कैदियों को भी डॉक्टरों द्वारा जांच की जाती है और डॉक्टर की रिपोर्ट के बाद ही नियमित जेल में ले जाया जाता है.
इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां मुकुद नाइक ने सुसाइड कर ली थी. और उनको घर पर एक सुसाइड नोट मिला था. इस सुसाइड नोट में अन्वय ने गोस्वामी सहित दो अन्य लोगों पर 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाया था.इसी मामले में देश के वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी के अलावा और दो लोगों को भी रायगड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.इनमें एक फिरोज शेख जबकि दूसरे नितेश सारदा हैं.