लैंगिक समानता पर ध्यान केंद्रित करने, मर्द और औरत के बीच अंतर को मिटाने और महिलाओं को समाज में समान अवसर और स्थिति देने तथा नारीत्व को रेखांकित करने के लिए 'बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत आज बहुत कुछ किया जा रहा है. ऐसे में हर इवेंट के दौरान महिलाएं प्रेरणामूर्तियों की तलाश करती हैं, जो उनका मार्गदर्शन करे और और उन्हें बताएँ कि एक महिला कैसे कितना कुछ हासिल कर सकती है, जिसकी कोई सीमा नहीं है. बॉलीवुड अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर बॉलीवुड में, अपनी यात्रा की शुरुआत के समय से ही महिलाओं को लिए खड़ी रही है और आज भी सभी महिलाओं के लिए वह प्रेरणा स्रोत बनी हुई हैं.
यह सभी को पता है कि ईशा एक बेहतरीन अभिनेत्री, राजनीतिज्ञ, प्रभावशाली व्यक्ति होने के साथ-साथ वह एक असाधारण मां भी हैं. ईशा की उपलब्धियां और उनका जीवन जीने का तरीका उन सभी महिलाओं के लिए अंधेरे में एक प्रकाशस्तंभ है जो यह सब पाने की ख्वाहिश रखती हैं.
ईशा अपने प्रशंसकों को ज्ञान के कुछ शब्द देते हुए कहती हैं, "महिलाएँ किसी से कम नहीं है, हर महिला बड़े सपने देखें और कड़ी मेहनत करने से कभी न डरें. एक स्त्री होने के नाते मुझे पता है कि एक लड़की के रूप में आगे बढ़ना और अपनी राहों को खुद तय करना कितना कठिन होता हैं लेकिन हमें पग पग पर आने वाली बाधाओं पर ध्यान देना बंद कर देना चाहिए और अपने लक्ष्यों की दिशा में काम करना शुरू कर देना चाहिए. आज के युग की महिलाओं के रूप में, आने वाली पीढ़ियों के लिए, दुनिया को महिलाओं के लिए अनुकूल धरती बनाने की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है. मुझे लगता है कि हमें यह महसूस करना चाहिए कि हम जो करते हैं वह न केवल हमें या हमारे आस-पास के लोगों को प्रभावित करता है बल्कि आने वाली सभी महिलाओं के भविष्य को भी प्रभावित करता है."