तमिलनाडु पुलिस ने मंगलवार को अभिनेता से नेता बने मक्कल नीधिमय्यन (एमएमएम) के संस्थापक कमल हासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया। हासन ने नाथूराम गोडसे का हवाला देते हुए रविवार को एक चुनावी रैली में कहा था कि आजाद भारत का पहला उग्रवादी एक हिंदू था। इसी बयान को लेकर करूर जिले में अरवाकुरिचि में पुलिस ने हासनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए और 295ए के तहत केस दर्ज किया। उन पर धार्मिक भावनाएं भड़काने और विभिन्न धड़ों के वैमनस्यता फैलाने का आरोप लगाया गया है।
वहीं, एमएनएम महासचिव ए अरुणाचल ने तमिलनाडु के दुग्ध एवं डेयरी विकास मंत्री केटी राजेंद्र बालाजी को पद से हटाने की मांग की है। बालाजी ने हिंदू उग्रवादी वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कमल हासन की जीभ काट लेनी चाहिए। अरुणाचलम ने कहा कि इससे साबित होता है कि मंत्री को ‘राजनीतिक मूल्यों और निजी गरिमा’ का ज्ञान नहीं है।
एमएनएम की मांग को हास्यास्पद बताते हुए बालाजी ने कहा कि हासन न राष्ट्रपति हैं, न राज्यपाल या मुख्यमंत्री, जो मंत्री पद से उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं। बालाजी ने यह भी कहा कि अगर हासन अपने मूल बयान पर खेद जताते हैं, तो वो भी अपने बयान को वापस ले लेंगे। बता दें कि एमएनएम संस्थापक हासन ने रविवार को एक मुस्लिम बहुल इलाके में चुनावी सभी में कहा था कि आजाद भारत का पहला उग्रवादी हिंदू था- जिसका नाम नाथूराम गोडसे है और जिसने महात्मा गांधी की हत्या की थी।