सौंदर्य प्रतियोगिताओं में जीत का परचम लहराने के बाद बाॅलीवुड में अपने अभिनय का जलवा दिखाने वाली अभिनेत्रियोें की एक लंबी फेहरिष्त है. बाॅलीवुड में अपनी अभिनय प्रतिभा के बल पर हंगामा बरपाने वाली अभिनेत्रियों में नूतन से लेकर जीनत अमान, मीनाक्षी शेषाद्री, जूही चावला, ऐश्वर्या राय, सुष्मिता सेन, प्रियंका चोपड़ा, लारा दत्ता समेत नेहा धूपिया, सेलिना जेटली, दिया मिर्जा, गुल पनाग, तापसी पन्नू से होते हुए मानुषी छिल्लर जैसी अभिनेत्रियांे के नाम षामिल हैं. अब इसी में एक नया नाम आयषा एम.एमन का जुड़ा है. मूलतः पटना,बिहार निवासी 26 वर्षाीय पूर्व मिस इंडिया आयशा एस. एमन दो दिसंबर से ‘‘जी 5’’ पर स्ट्ीम हो रही मधुर भंडारकर निर्देषित फिल्म ‘‘इंडिया लाॅक डाउन’’ में सेक्स वर्कर के किरदार में नजर आ रही हैं.
26 वर्षीय पूर्व मिस इंडिया इंटरनेशनल को बचपन से ही अभिनय का षौक रहा हो, ऐसा भी नही है. वह तो पढ़ने में तेज थी. इसी वजह से आयशा ने एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. पर अचानक वह सौंदर्य प्रतियोगिता का हिस्सा बनी और वह 2015 में वह ‘मिस इंडिया इंटरनेशनल’ चुनी गयी. उन्होंने टोक्यो में मिस इंटरनेशनल 2015 में भारत का प्रतिनिधित्व किया था.
2015 में ‘मिस इंडिया इंटरनेषनल’ का खिताब जीतना उनकी जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव लेकर आया. खुद आयशा बताती हैं-‘‘2015 में ‘मिस इंडिया इंटरनेशनल’ का खिताब जीतने के साथ ही मेरी जिंदगी में एक नया उजाला पैदा हो गया. उसके बाद मैने माडलिंग करनी षुरू कर दी. और अब मैने मधुर भंडारकर के निर्देषन में फिल्म ‘‘इंडिया लाॅकडाउन’’ में अभिनय किया है.’’
फिल्म ‘इंडिया लाकडाउन‘ में अपने किरदार को लेकर आयशा कहती हैं-‘‘इस फिल्म में मेरा किरदार मुंबई के कमाठीपुरा के वर्कर का है. इस किरदार को निभाने के लिए मैने शबाना आजमी की फिल्म ‘मंडी’ के अलावा मधुर भंडारकर निर्देषित फिल्म ‘चांदनी बार’ से प्रेरणा ली. यह फिल्म कोरोना के वक्त पूरे देष में लगे लाॅक डाउन के वक्त की सच्ची घटनाओं को पेष किया गया है. अमित जोशी और आराधना शाह द्वारा लिखित ‘इंडिया लाॅकडाउन‘ फिल्म में चार कहानियां समानांतर चलती हैं. इस फिल्म में 4 मुख्य किरदारों की अलग-अलग कहानी है. जिसके जरिए भारत में कोरोना महामारी के दौरान लगे पहले लॉकडाउन की कहानी को बयां किया गया है. इसी में से एक ट्रैक कमाठीपुरा की सेक्स वर्करों का भी है. फिल्म में महामारी के दौरान सेक्स वर्करों की दुर्दशा का चित्रण है.’’
आयषा एस एमन बाॅलीवुड से जुड़ने के लिए इस कदर बेताब थी कि जब उन्हे मध्ुार भंडाकर की फिल्म ‘‘इंडिया लाॅक डाउन’’ का आफर मिला, तो उन्होने किरदार की लंबाई आदि पर बिलकुल ध्यान नहीं दिया. वह कहती हैं- ‘‘जब मैने माॅडलिंग करनी षुरू की, तभी से मेरे मन में फिल्मों में अभिनय करने की इच्छा पैदा हो गयी थी. पर मुझे सही व बेहतरीन मौके की तलाष थी. जब मुझे मधुर भंडारकर के निर्देषन में ‘इंडिया लाॅक डाउन’ का आफर मिला,तो मैने तुरंत लपक लिया. हर अभिनेत्री की तमन्ना मधुर भंडारकर के साथ काम करने की होती है. ऐसे मंे मैं यह अवसर कैसे अपने हाथ से जाने देती. इसी वजह से मैंने इस फिल्म में अपने किरदार की लंबाई नहीं देखी, बल्कि यह देखा कि इसका विषय क्या है. यह फिल्म कोविड 19 की कहानी बताती है कि कैसे हर व्यक्ति ने अपनी-अपनी तरह से इस महामारी के दौर का मुकाबला किया. वास्तव में कोविड ने लोगों को न केवल एक साथ इकट्ठा किया, बल्कि उन्हें मजबूत भी बनाया.’’
आयषा आगे कहती है-‘‘ फिल्म ‘इंडिया लाॅकडाउन‘ कोविड -19 की पहली लहर के शुरुआती दिनों पर आधारित है. पूरे देश में 21 दिनों का लाॅकडाउन लगाने के बाद कई लोग बेरोजगार हो गए थे. प्रवासी श्रमिकों को मजबूरन अपने मूल स्थान/ गांवो की तरफ वापस लौटना पड़ा था. आय के सारे स्त्रोत बंद हो गए थे. इस फिल्म में कई दर्दनाक अनुभवों को बयां किया गया है. ’