दुखी हैं गोविंदा बॉलीवुड की ग्रुप बाजी से, कहा- 'मेरा कोई ग्रुप नही होता था'

करीब 20-25 साल पहले जो सितारे पर्दे पर राज किया करते थे, आज वे खबरों से बाहर हैं. कमोवेश वे सभी हीरो और हीरोइने फिर पर्दे पर आने की इच्छा रखते हैं लेकिन उन्हें नए सिनेमा के साथ जोड़ा नही जा रहा है. यह कुंठा हर उस सितारे में है जो 80 और 90 के दशक के बड़े स्टार थे.कहीं जब मौका मिलता है तो वे अपनी बात सामने लाने से खुद को नहीं रोक पाते. गोविंद उसी दौर के सुपर स्टार हैं.वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर किए हैं उस चित्र में वह और डेविड धवन एक साथ हैं. वह लिखे हैं "80 और 90 के दौर में मेरी दो बीवियां थी एक सुनीता और एक डेविड"

इस उक्ति में कोई हास्य नही एक सच्चाई है जो प्यार के साथ कही गयी है. इस ट्वीट के बाद लोगों की प्रतिक्रिया आयी है जो उन्हें फिर से एक साथ जुड़कर काम करने की सलाह दे रहे हैं.बतादें की गोविंदा और डेविड के रिश्तों में एक लंबे समय से खटास है जो साथ मे काम करना बंद किए हैं. इस जोड़ी ने एक साथ 18 फिल्में दिया था जिनमे अधिकांश हिट थी या निर्माता को कमाई देने वाली फिल्में थी. सोशल मीडिया पर फैंस द्वारा उनके फिर से एक होने की बात कही गयी है. गोविंदा ने इसपर बताया है कि उन्हें खुशी है कि लोग उनको चाहते हैं और फिर से एक साथ देखना चाहते हैं. वह बताए कि उनके बीच पैचअप हो चुका है. उनकी दो मुलाकात हो चुकी है.पिछली मुलाकात रमेश तौरानी की दीवाली पार्टी में हुई, "जहां हमलोगों ने अच्छा खाना खाया और बहुत समय तक बातें किया, समय दिया. यह जरूरी नही है कि सिर्फ फ़िल्म की बातें करें, कडुवाहटों की ही बात क्यों करें. मधुर और स्वीट मेमोरीज भी तो होती हैं.

कुछ नया करने के बारे में डांसर स्टार ने कोई बात नही कहा है लेकिन वह बॉलीवुड में छाई ग्रुपबाजी को लेकर अपनी वेदना जाहिर किया है कि आजकल सबके ग्रुप हैं जो उनको ही बुलाते हैं. पहले बॉलीवुड में पार्टियां हुआ करती थी अब ग्रुप पार्टी होती है. ग्रुप पार्टियों में भी ग्रुप से बाहर के लोग नहीं बुलाए जाते , जबकि पार्टियों में जाने से ही मालूम पड़ता है कि आप सोशल आदमी हैं. वह कहते हैं- " 80-90 के दशक में समझा जाता था की हमारा ग्रुप है. हमारे ग्रुप में मैं, करिश्मा कपूर, शक्ति कपूर, डेविड धवन हैं आदि हैं जबकि ऐसा कुछ नहीं था."
