इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न (आईएफएफएम) 2019 के दसवें संस्करण का गुरिंदर चड्ढा की ब्लाइंडेड बाइ द लाइट्स की स्क्रीनिंग के साथ आधिकारिक रूप से समापन के आखरी पड़ाव पर है। इस मौके पर बच्चों के बॉलीवुड की थीम पर प्रस्तुति के साथ ही कार्यक्रम के बाद चड्ढा उपस्थित लोगों के सवालों का जवाब देंगी।
पत्रकार सरफराज मंजूर की पुस्तक पर आधारित, ब्लाइंडेड बाइ द लाइट को इसकी ताजा पटकथा के लिए काफी सराहना भी मिली। इस दौरान कहा गया कि फिल्म की कहानी उपमहाद्वीप से आने वाली समयबद्ध कहानियों में से एक सबसे बेहतर कहानी है, जो एक जीवित दृष्टिकोण से कहानी के अंदर सर्वोत्कृष्ट आप्रवासी के बारे में बात करती है। यह ब्रूस स्प्रिंगस्टीन और उनके कार्यों के प्रति एक श्रद्धांजलि भी है।
फिल्म को पहली बार इस साल की शुरुआत में सनडांस फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था और इसके बाद इसने दुनिया भर में एक मेगा डिस्ट्रीब्यूशन डील हासिल की थी। इस सप्ताह यह फिल्म भारत में प्रदर्शित होने के लिए तैयार है। फिल्म में नेल विलियम्स के साथ विवेक कालरा और हेले एटवेल की प्रमुख भूमिका है, जो चड्ढा की बेंड इट लाइक बेकहम एंड ब्राइड एंड प्रेजुडिस के बाद की पेशकश है।
इस संबंध में मीतू भौमिक लांगे ने कहा, “सभी मुद्दों और हमारे दिलों के करीबी चीजों से सराबोर, इस फिल्म का दर्शकों के साथ एक मजबूत जुड़ाव होगा। मेलबर्न में हर भारतीय इस कहानी के साथ तालमेल महसूस करेगा, क्योंकि यह पटकथा उनके दिल के करीब है। फिल्म के जरिए आप्रवासियों की सार्वभौमिक कहानी को व्यक्तिगत स्पर्श के साथ पेश किया गया है।”