2017 मेरे लिए इमोशनली और फिजिकली बहुत ही संतोषजनक लेकिन काफी हेक्टिक वर्ष रहा। यह वर्ष मेरे लिए और भी अधिक महत्वपूर्ण इसलिए था क्योंकि इसी वर्ष मुझे मुंबई और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखे हुए एक दशक हो गया, फुल वन डिकेड। इसके साथ ही मुझे बतौर अभिनेत्री काफी जीवंतता का एहसास हुआ। आज के जमाने में मदर इंडिया, सुजाता, पाकीज़ा, सीता और गीता तथा पद्मावती जैसी फिल्में दुबारा नहीं बनती है, इसीलिए मैं अपने को लकी मानती हूं कि मुझे वह किरदार जीने को मिला। इस तरह की फिल्में बनाने के लिए फिल्म मेकर्स के अंदर वह गजब का जज्बात और वह गजब की शक्ति होनी चाहिए तभी ऐसी फिल्में बनती है, जो सिनेमा जगत में आने वाले बरसो बरस तक स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो जाती है।
हालांकि वर्ष 2017 काफी थका देने वाला रहा लेकिन यह एक अनुभव की उपलब्धि वाला साल भी था मेरे लिए। अब कुछ समय के लिए अपने को तनाव से मुक्त रखना चाहती हूं। इस वर्ष मैं अपने परिवार के साथ मनाऊंगी थर्टी फर्स्ट दिसंबर ईयर एंडिग पार्टी और नव वर्ष की पहली सुबह। मैं अपने घर बेंगलुरु में जाने का प्रोग्राम बना रही हूं। आई रियली वांट टू एंजॉय। ऐसे अवसर पर बचपन के एहसास उभर आते हैं जब बंगलोर के अपने घर पर हम थर्टी फर्स्ट दिसंबर और फर्स्ट जनवरी को न्यू ईयर बैश मनाते थे। क्या धमाकेदार एंजॉयमेंट होती थी।
हम सब बच्चे 'हैप्पी न्यू ईयर' सबसे पहले बोलने की होड़ लगे रहते थे। आज भी मन में वही एहसास उमड़-घुमड़ कर आतें है और हम उसी मासूम मन के साथ आज भी, थर्टी फर्स्ट दिसंबर रात की पार्टी और न्यू ईयर का जश्न मनाते हैं। मायापुरी के पाठकों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।' इस वर्ष की विदाई के साथ साथ दीपिका को पद्मावती के मेकर, संजय लीला भंसाली से एक सरप्राइज गिफ्ट मिला। जानते हैं क्या?? उन्होंने दीपिका को फिल्म पद्मावती में उनके द्वारा पहनी गई कई आलीशान, भारी भरकम, नक्काशीदार, लकदक-जगमग, बेहद कीमती पोशाकों में से एक पोशाक, बतौर सरप्राइज गिफ्ट, दीपिका को भेंट कर दिया। दीपिका को यह ईयर एंडिंग तोहफा वाकई बहुत पसंद आया।