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मैं खुशनसीब हूँ- श्रद्धा कपूर

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By Sulena Majumdar Arora
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मैं खुशनसीब हूँ- श्रद्धा कपूर

श्रद्धा कपूर बनावट और लाग लपेट की बातों से दूर रहती है। उनके लिए 2017 औसतन वर्ष रहा। उनकी तीन फिल्मों में से दो आशातीत सफलता नहीं पा सकी और एक फिल्म ठीक-ठाक चली। लेकिन वर्ष 2018 का उन्हें बेसब्री से इंतजार है क्योंकि नव वर्ष में उनकी दो फिल्में 'साहो',('बाहुबली' के हीरो प्रभास के साथ) तथा साइना नेहवाल की बायोपिक के साथ उन्हें कुछ बेहतरीन करने की  काफी उम्मीदें है। नव वर्ष के स्वागत की तैयारियां वे कैसे कर रही है यह पूछने पर हसीन और युवा श्रद्धा,ब्लेंडर्स प्राइड फैशन टूर से दो पल फुर्सत निकालते हुए कहती है, 'मेरी दोनों फिल्मों की शूटिंग के चलते मैंने तो जैसे हैदराबाद को ही अपना घर बना लिया है। लगता है इस बार मेरे सारे उत्सव शूटिंग के दौरान यहीं मनने वाली है। 2017 में मेरी दोनों फिल्में 'हसीना पारकर' तथा 'ओके जानू' ने इतनी सफलता हासिल नहीं की। फिल्म 'हाफ गर्लफ्रेंड' अच्छी चली फिर भी पहले की मेरी अन्य फिल्मों जैसी नहीं। यह वर्ष मेरे लिए इसलिए भी दिलचस्प रहा क्योंकि मुझे यह सीखने का मौका मिला कि कैसे फिल्मों का चलना या ना चलना पहले से तय नहीं किया जा सकता है। लेकिन मुझे कोई शिकायत नहीं है। मैं हर हाल में इस वर्ष की शुक्रगुजार हूं कि मुझे इतनी अलग-अलग तरीके की फिल्में करने का मौका मिला। मैं वाकई खुशनसीब हूँ कि मुझे अपने बचपन का सपना पूरी करने के लिए मेरा मनपसंद फील्ड मिला। हमारे हाथ में जो है हमें उसे भली भांति पूरा करना चाहिए, पूरे तन मन के साथ फोकस करते हुए। दर्शकों के बदलते रुचि को ध्यान में रखना भी जरूरी है लेकिन अंतिम निर्णय दर्शकों पर छोड़ देना चाहिए। नव वर्ष 2018 के साथ मैं रीजनल सिनेमा में कदम रख रही हूँ। जब से 'बाहुबली टू' ने पूरे विश्व में अपनी सफलता का डंका बजाया है तब से बॉलीवुड के कलाकारों के लिए साउथ की फिल्में काफी प्रेरणादायक हो गई है।

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जब मुझे फिल्म 'साहो' का ऑफर मिला तब मैं उत्साह से भर गई क्योंकि वह मल्टी लैंग्वेज में बन रही फिल्म है। मैं वाकई आने वाले वर्षों में कुछ नया करना चाहती थी। मैं दिल लगाकर तेलुगु  सीखने लगी।' साइना नेहवाल की बायोपिक की तैयारी में भी श्रद्धा ने 2017 का एक अच्छा खासा वक्त लगाया। नव वर्ष के विषय में बोलते हुए श्रद्धा बोली, ' मैं यूं तो शुरु से ही बैडमिंटन खेलती रही हूं लेकिन साइना किरदार प्ले करने के लिए मुझे बैडमिंटन में पारंगत होने की जरूरत थी और फिर मैं खुद प्रेक्टिस करने लगी सुबह सवा छह बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक, रोज रोज प्रेक्टिस करती थी।' 2017 की फिल्म हसीना पारकर में 17 वर्ष की लड़की से 45 वर्ष की दादी का किरदार निभाते हुए श्रद्धा ने जो अपना वजन काफी बढ़ा लिया था उसे फिर से   घटा चुकी है क्योंकि फिल्म साहो तथा साइना नेहवाल बायोपिक के लिए उन्हें एक दम  स्लिम एंड एथलीट  फिट देखना है जिसके लिए उन्हें वर्ष 2017 में काफी रिगरस एक्सरसाइज और अच्छी खासी डाइटिंग करनी पड़ी और आगे भी करते रहना है। नव वर्ष फेस्टिवल, श्रद्धा अपने परिवार के साथ और साहो तथा साइना फिल्म के क्रू मेंबर्स के साथ मनाने की तैयारी में है। चलते चलते वे बोली, 'मैं आने वाले वर्ष में भी इसी तरह दिल लगाकर फिल्में करती रहूंगी और हां मैं अपने काम में कभी संतुष्ट होना नहीं चाहती। मैं कभी यह सोचना नहीं चाहती कि मैंने बहुत बढ़िया काम किया है। जिस दिन ऐसा सोचने लगूंगी उसी दिन मेरे प्रयत्नों का अंत हो जाएगा।

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