Hindi Diwas 2022 Bollywood Special News
मायापुरी हिंदी: आज दुनियाभर में 14 सितंबर 2022 को हिंदी दिवस (Hindi Diwas) बड़े ही हर्ष और उल्लास से मनाया जा रहा है. अपनी मातृभाषा हिंदी को बढ़ावा देने के लिए इस दिवस का आयोजन हर साल किया जाता है.इसी मकसद से 14 सितंबर को हर साल राष्ट्रीय हिंदी दिवस (National Hindi Diwas) के रूप में मनाया जाता है. वहीं बॉलीवुड (Bollywood) में भी ऐसी फिल्में है जिसने मातृभाषा हिंदी को बढ़ावा देने का काम किया हैं. वहीं हिंदी दिवस के मौके पर आज हम आपको कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने देश में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में दर्शकों को मनोरंजन किया था. यही नहीं इन फिल्मों को आज भी लोग देखना पसंद करते हैं.
आवारा(1951)
साल 1951 में रिलीज हुई हिंदी फिल्म 'आवारा' ने पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी.इस फिल्म के निर्माता, निर्देशक और अभिनेता राज कपूर थे. यह फिल्म सामाजिक आर्थिक अंतर पर आधारित थी. यह सोवियत संघ, पूर्वी एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व में एक त्वरित हिट साबित हुआ. वहीं इस फिल्म को टाइम मैगजीन की 100 ग्रेटेस्ट फिल्म्स अराउंड द वर्ल्ड में जगह मिली.
मदर इंडिया (1957)
साल 1957 में रिलीज हुई 'मदर इंडिया' ऑस्कर के लिए नामांकित होने वाली भारत की पहली फिल्म थी. इसे अब तक की सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस हिट फिल्मों में शामिल किया गया है. साथ ही इसे विश्व सिनेमा की चुनिंदा बेहतरीन फिल्मों में गिना जाता है. फिल्म ने कार्लोवी वेरी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी पुरस्कार जीता.
लगान (2001)
साल 2001 में रिलीज हुई फिल्म 'लगान' हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे लोकप्रिय फिल्मों में से एक है. इसका निर्देशन आशुतोष गोवारिकर ने किया है. 'लगान' अपने समय की सबसे सफल फिल्मों में से एक है और इसे सदाबहार फिल्म कहा जाता है. जिसका आनंद हर आयु वर्ग के लोग एक साथ बैठकर आनंद ले सकते हैं.
देवदास (2002)
फिल्म 'देवदास' का निर्देशन संजय लीला भंसाली ने किया था. फिल्म दर्शकों का दिल जीतने में भी सफल रही थी. इसे भारत की ओर से अकादमी पुरस्कार के लिए भी भेजा गया था. इसे सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में बाफ्टा पुरस्कार के लिए भी नामांकित किया गया था.
दंगल (2016)
फिल्म 'दंगल' का निर्देशन नितेश तिवारी ने किया था. यह फिल्म राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता महिला पहलवान गीता फोगट के पिता महावीर फोगट पर आधारित थी. जिन्हें किन्हीं कारणों से कुश्ती छोड़नी पड़ी थी. लेकिन उन्होंने अपनी पहलवान बेटियों को प्रशिक्षित किया था. इस फिल्म को दुनिया भर से खूब प्यार मिला .