हिस्ट्री टीवी18 की अवॉर्ड विनिंग डॉक्यूसीरीज़ इंडिया: मार्वल्स एंड मिस्ट्रीज़ एक नए सीज़न के साथ लौट रही है, प्रसिद्ध भारत प्रेमी और सम्मानित लेखक, विलियम डेलरिम्पल के साथ. भूले बिसरे फैक्ट व समय के साथ खो चुकी सदियों पुरानी कहानियों को फिर से देखने की ये कोशिश अब एक नये सिरे से शुरू होगी.
ये शो ऐतिहासिक स्थलों की खोज करता है, प्राचीन रास्तों की यात्रा करता है और भारत के अविश्वसनीय अतीत और आश्चर्यों से जुड़े अनसुलझे सवालों के जवाब ढूँढता है, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ. यह शक्तिशाली साम्राज्यों, भारतीय इतिहास के पात्रों, हमारे पूर्वजों और जटिल घटनाओं के बारे में उनके ज्ञान पर नए दृष्टिकोण भी प्रदान करता है. इस श्रृंखला में आधे घंटे के विषयगत एपिसोड शामिल हैं, प्रत्येक में कई कहानियां हैं जो विशाल भारत की कई सहस्राब्दियों के परे जाती हैं. इंडिया: मार्वल्स एंड मिस्ट्रीज़ विद विलियम डेलरिम्पल 4 जनवरी, 2024 से हर गुरुवार और शुक्रवार को रात 9 बजे नए एपिसोड के साथ प्रसारित होगा, हिस्ट्री टीवी18 पर एक्सक्लूसिव.
यह शो दर्शकों को भारत की गहन खोज पर ले जाएगा. सात भाग की इस श्रृंखला का प्रत्येक एपिसोड एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगा. पीरियड कॉस्ट्यूम में अभिनय करते ऐक्टर्स के साथ ये ड्रामेटिक एंटरटेनमेंट भारत की रहस्यमय इमारतों के पीछे की अद्भुत कहानियों और अनकहे इतिहास को जीवंत कर देगा – विभिन्न राजवंशों और कालखंडों में स्थापित किए गए चकित कर देने वाले आश्चर्यों और प्रसिद्ध स्मारकों से लेकर अपेक्षाकृत कम ज्ञात स्थलों तक. ये कहानियाँ आपको बाँध लेगी, जानकारी के साथ आपका मनोरंजन भी करेगी जिन्हें पूरे देश के अलग-अलग स्थानों पर फिल्माया गया है जो शानदार दृश्यों, विज़ुअल ग्राफिक्स और अभिलेखीय तस्वीरों के साथ प्रस्तुत की जाएँगी.
इसकी फैक्ट आधारित किस्सागोई किंवदंती और विरासत के बीच अंतर करने का प्रयास करेगी, जिसे विश्व-प्रसिद्ध लेखक और इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल के नेतृत्व में विशेषज्ञ कमेंटेटरों के एक मशहूर समूह ने सपोर्ट किया है. शो की महत्वाकांक्षा है दर्शकों की नई पीढ़ी को भारत के अतीत की समृद्धि और विविधता से परिचित कराना, जिससे भारत की अविश्वसनीय विरासत वाले स्थलों, संरचनाओं और आश्चर्यों के प्रति सराहना को नई प्रेरणा मिले.
शो के लॉन्च से पहले बोलते हुए, विलियम डेलरिम्पल ने कहा, इतिहास एक रोड मैप प्रदान करता है जिसके द्वारा हम समझ सकते हैं कि हम वर्तमान में कहां खड़े हैं और हम यहां कैसे पहुंचे. इसके (इतिहास के) बिना हम खो जाएँगे. खूबसूरती से फिल्माई गई श्रृंखला में हिस्ट्रीटीवी18 के साथ काम करना बहुत खुशी की बात रही और हमने जो इन भूले बिसरे खजानों पर काम किया है, मैं उस बारे में लोगों की अद्भुत प्रतिक्रियाएँ सुनने के लिए बेताब हूँ.
देश भर में यात्रा करते हुए, यह शो देश के कुछ भव्य वास्तुशिल्प आश्चर्यों के साथ-साथ ऐतिहासिक स्थलों भी का विवरण देता है, जिनका अतीत रहस्य में डूबा हुआ है. विशेषज्ञों की राय प्रत्येक कहानी और उनमें शामिल ऐतिहासिक शख्सियतों का संदर्भ और आधुनिक महत्व बताएगी, वहीं ड्रामेटिज़ेशन निश्चित रूप से दर्शकों को बांधे रखेगा.
डॉक्यूमेंट्री के बारे में बोलते हुए AETN18 के सामग्री और संचार अध्यक्ष अरुण थापर कहते हैं, हम इस शो में श्री विलियम डेलरिम्पल को लाकर बहुत रोमांचित हैं. उनका दृष्टिकोण और उनकी सलाह अमूल्य रही. श्री डेलरिम्पल जैसे क्षमतावान और ख्यातिप्राप्त लेखक के साथ हमारा जुड़ाव, भारत में प्रोड्यूस की जाने वाली असाधारण स्टोरी टेलिंग और विश्व स्तरीय कंटेंट के लिए हिस्ट्रीटीवी18 की प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
यह शो दुनिया के सबसे पुराने और सबसे विविध देश में समय की एक अद्भुत यात्रा का वादा करता है, जिसकी स्थायी विरासत को संस्कृति, जानकारी और कलात्मक परंपराओं के संगम द्वारा आकार दिया गया है. भारत के मंदिरों और किलों से लेकर संपूर्ण मध्ययुगीन शहरों और प्रागैतिहासिक काल की संरचनाओं तक, इस शो में बहुत कुछ है.
उदाहरण के लिए, लिखित इतिहास में मंदिरों ने पूरे भारत में समुदायों और क्षेत्रों के सांस्कृतिक, सामाजिक, धार्मिक और आर्थिक जीवन में केंद्रीय भूमिका निभाई है. ये श्रृंखला इनके कुछ उल्लेखनीय ब्योरे देती है. ऐसी पवित्र संरचनाओं की भव्यता और जटिलता उनके महत्व का प्रमाण है. यह प्राचीन काल में मौजूद ज्ञान के उस आश्चर्यजनक स्तर की ओर भी इशारा करता है जिसके द्वारा इनका निर्माण किया गया था. यह शो पड़ताल करता है - जो ज्ञात है उसकी, और दिलचस्प तौर पर - जो ज्ञात नहीं है, उसकी भी.
रणकपुर के चतुर्मुख जैन मंदिर की अलौकिक सुंदरता से मंत्रमुग्ध होने के लिए तैयार हो जाइए, जो एक हजार से अधिक स्तंभों और मूर्तियों से सुसज्जित एक बेजोड़ वास्तुशिल्प चमत्कार है. तमिलनाडु के तिरुकुरुंगुडी में एक अल्पज्ञात मंदिर में स्थित 16वीं और 17वीं शताब्दी की मूर्तियों के आश्चर्यजनक संग्रह का गवाह बनिये. तैयार रहिए ऐसे मंदिर में चलने के लिए जो पहाड़ी को आकार देकर बनाया गया और जो अब दुनिया की सबसे बड़ी अखंड संरचना है. सुदूर त्रिपुरा में चट्टान पर उकेरे गए देवताओं की रहस्यमय शक्ति का अनुभव कीजिए. यह सब कुछ, और भी बहुत कुछ, पेश है हिस्ट्रीटीवी18 की अनूठी ओरिजिनल सीरीज में.
भारत की दो करिश्माई महिला शासकों और उनके द्वारा निर्मित प्रतिष्ठित संरचनाओं की दुनिया में प्रवेश कीजिए - गुजरात में रानी उदयमती की बावड़ी और मुगल महारानी नूरजहाँ द्वारा निर्मित भव्य मकबरा.
प्राचीन समय में लौटिये, योद्धा राजा और उनके असाधारण गढ़ के साथ शक्तिशाली मेवाड़ की यात्रा पर और फिर दक्षिण के दक्कन में एक अत्याचारी के अधीन त्रासदी और भयावहता की कहानियों से रूबरू होने के लिए जो मध्ययुगीन काल के वध के तरीक़ों की याद दिलाती है. बीजापुर की यात्रा कीजिए, जो कभी एक आश्चर्यजनक सुल्तान का निवास स्थान था और जहाँ बना था दुनिया का एक सबसे बड़ा गुंबद. गगनचुंबी प्रवेश द्वार से गुज़रिए और दो मध्ययुगीन शहरों की कहानियों में खो जाएँ. ये कभी ख़ुद पर राज करने वाले राजवंशों के मुकुट रत्न हुआ करते थे, लेकिन अब वीरान हैं और विश्व विरासत का हिस्सा बन चुके हैं. रहस्यमय हिरे बेन्नाकल और नार्थियांग की कहानियों के बारे में जानने के लिए अज्ञात में विचरण करें, जिनकी उत्पत्ति की जानकारी समय के साथ खो गई है और जिनके रहस्य अब हमेशा रहस्य ही बने रहेंगे.
सात भाग की ये डॉक्यूमेंट्री श्रृंखला दर्शकों से एक अद्वितीय अनुभव का वादा करती है. पुनर्मूल्यांकन, प्रामाणिक स्टोरी टेलिंग, किंवदंतियों और लोकप्रिय कथाओं की खोज के साथ-साथ ज्ञात तथ्यों की जांच करता यह शो ऐतिहासिक स्थलों में नई जान फूंकता है, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ.
अरुण थापर कहते हैं, "इंडिया: मार्वल्स एंड मिस्ट्रीज़ विथ विलियम डेलरिम्पल प्राचीन और मध्ययुगीन भारत की रचनात्मक प्रतिभा, उनके ज्ञान के महान भंडार और वर्तमान में मौजूद कई आश्चर्यों के बारे में सम्मोहक कहानियों का एक सलेक्शन है. यह शो इतिहास पर प्रकाश डालता है, उन सभी साम्राज्यों और राजवंशों पर, जहाँ ऐसे उल्लेखनीय चरित्र थे जिन्होंने भारत की कहानी को आकार देने में भूमिका निभाई.''
इंडिया: मार्वल्स एंड मिस्ट्रीज़, प्रीमियर 4 जनवरी 2024, रात 9 बजे, प्रत्येक गुरुवार-शुक्रवार, केवल हिस्ट्री टीवी18 पर