अनिल कपूर उन स्टार्स मे से नहीं हैं जो अपने बच्चों का करियर बनाने के लिये उन्हें रिकमेंड करते फिरतें रहतें हैं। ना तो अनिल ने अपनी बेटी सोनम या रिया को फिल्में दिलाई ना उन्हें कभी लॉन्च किया। बेटे हर्षवर्धन को भी वे ना तो रिकमेंड कर रहें हैं ना ही उसे स्टार बनाने की जद्दोजद्दोजहद में लगे हैं। लेकिन फिर भी अनिल के तीनों बच्चे अपने-अपने दम पर आज सर तान कर खड़े हैं। बेटी सोनम कपूर आहूजा तो अपने बलबूते पर स्टार एक्ट्रेस बन ही चुकी है। सेकंड बेटी रिया कपूर भी अपनी मेहनत से फिल्म प्रोड्यूसर के रूप में स्थापित हो चुकी हैं और बेटा हर्षवर्धन बतौर एक्टर बॉलीवुड में दस्तक देने लगे हैं। इन सब के करियर में अनिल कपूर का कोई हाथ या प्रत्यक्ष सहयोग नहीं रहा।
मुझे अपने बच्चों पर गर्व है
अनिल कपूर बड़े गर्व से कहते हैं, 'मुझे फक्र है कि मेरे बच्चे मुझसे कोई मदद लिए बिना आगे बढ़ रहे हैं । वे तीनों शुरू से ही कुछ अलग और लीक से हटकर करने की कोशिश में लगे रहें हैं। वे कभी मेरी नकल करने की कोशिश नहीं करते। उनके लिए मुझे फिल्में बनाने की जरूरत कभी नहीं पड़ी और ना ही उनकी बनायीं फिल्मों में स्टार वैल्यू बढ़ाने के लिये मुझे काम करने की जरूरत पड़ी लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि मैं उनके कर्मों से जुड़ा नहीं हूँ। बतौर पेरेंट्स, मैं और मेरी वाइफ सुनीता हमेशा अपने बच्चों को गाइड करने के लिए तैयार और तत्पर रहते हैं।' अनिल लकी है कि उन्हें सोनम, रिया, हर्षवर्धन जैसे बच्चे मिले लेकिन सोनम, रिया, हर्षवर्धन उनसे भी ज्यादा लकी है कि उन्हें अनिल कपूर और सुनीता कपूर जैसे माता-पिता मिले हैं।