वाई.आर.एफ़. के स्पाई यूनिवर्स ने पठान में जॉन अब्राहम उर्फ जिम के तौर पर अपने सबसे कुख्यात विलेन को पेश किया. एक देशभक्त से भाड़े के एक ज़ालिम इंसान, जॉन को इस नेगेटिव क़िरदार में अपने शानदार अभिनय और एक्शन के दृश्यों के लिए सभी लोगों से तारीफ़ मिली है जिसने लोगों का दिल जीत लिया है. जॉन को उम्मीद है कि आदित्य चोपड़ा, जो बड़े ही ध्यान के साथ मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के भारतीय रूप, वाई.आर.एफ़. स्पाई यूनिवर्स को तैयार कर रहे हैं, जिम को वापस लेकर आ रहे हैं और दुनिया को उसकी पिछली कहानी सुनाते हैं.
भारतीय सिनेमा को एक ऐसा ख़लनायक, जिसे लोग हमेशा याद रखेंगे, देने वाले जॉन कहते हैं, ''पठान में जिम की भूमिका निभाने के लिए मुझे जो प्यार मिल रहा है, वह बहुत ही अच्छा है! एक अभिनेता के तौर पर मैं केवल दर्शकों और चाहनेवालों के प्यार के लिए काम करता हूँ. रिकॉर्ड्स और उपलब्धियाँ एक बहुत बड़ा बोनस होते हैं और मैं आभारी हूँ कि पठान इतनी बड़ी ऐतिहासिक ब्लॉकबस्टर बनी है. मुझे उम्मीद नहीं थी कि लोग मेरे किरदार को इतना पसंद करेंगे कि वे जिम को और भी ज़्यादा देखना चाहेंगे.
उन्होंने बताया, "मैं अपने सोशल मीडिया पर रोज़ मिलने वाले मैसेजेज़ की तादाद देखकर हैरान हूँ कि क्यों जिम का एक प्रीक्वल बनना चाहिए. जब लोग लगभग हमेशा हीरो का साथ देते हैं, और वो हीरो है पठान का शाहरुख खान, तो यह बेहद सुकून देने वाली बात है कि लोग हीरो के दुश्मन का भी साथ दे रहे हैं! मैं खुशकिस्मत हूँ कि पठान में मेरे काम की बहुत चर्चा हो रही है और मुझे उम्मीद है कि मैं लोगों को एक ऐसा विलेन देने में कामयाब रहा हूँ जिसे वे हमेशा याद रखेंगे. जब मैंने पठान की कहानी सुनी तो मेरा यही इरादा था.
भाड़े के घातक बंदूकधारी लोगों के एक बैंड, कुख्यात ऑउटफिट एक्स के मुखिया जिम के बारे में उन्हें जो बात सबसे अच्छी लगती है उसके बारे में बताते हुए जॉन कहते हैं, "जिम एक नया-नवेला शालीन खलनायक है, बहुत अच्छी तरह से तैयार किए हुए क़िरदार के साथ जो इस बात को दर्शाता है कि वो जो है वैसा कैसे बन गया! उस दर्द की कल्पना करें जो उसने सहा है, उस चोट के बारे में सोचें जिसने उसे तोड़ दिया और उसे वो इंसान बना दिया जो जो वो आज है. मेरे लिए, जिम एक बहुत ज़बर्दस्त क़िरदार था और हाँ, यह बहुत अच्छी बात होगी अगर आदित्य चोपड़ा उसे वापस लाना चाहते हैं और दुनिया को बताना चाहते हैं कि वह कितना अच्छा सुपर-जासूस था और बाद में वो एक ज़ालिम भाड़े का इंसान कैसे बन गया!
वे कहते हैं, “जैसा कि लूथरा पठान में कहते हैं, जिम और कबीर काम में सबसे अच्छे हैं. ऐसे में अगर जिम पर कोई फिल्म बनती है तो उसमें करने को बहुत कुछ हो सकता है. मुझे नहीं पता कि आदित्य चोपड़ा के मन में क्या चल रहा है. अभी तक, मैं उस प्यार का मज़ा ले रहा हूँ जो मुझे मिल रहा है और मैं शुक्रगुजार हूँ कि मैंने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया.