ऑस्कर अवार्डस में भारत को मिली दोहरी जीत ! RRR के गीत 'नाटू नाटू' से दुनिया के मंच पर भारत के मौलिक ट्रैक का हुआ सम्मान!

भारतीय सिनेमा का परचम लहरा रहा है ! पहली बार दुनिया के सर्वोच्च सिनेमा मंच पर 'ऑस्कर प्रतियोगिता' में भारतीय फिल्म को तहे दिल से लोगों ने स्वीकार किया है। एवरीव्हेयर... 'नाटू नाटू' का जयघोष गूंज रहा है। हालांकि उसी मंच पर पहले भारत की गुनीत मोंगा की शार्ट फिल्म 'द एलिफेंट व्हीस्पर्स' को ऑस्कर विजेता घोषित किया गया , लेकिन 'नाटू नाटू' के गीत की घोषणा होते ही लास एंजेल्स स्थित एकेडमी अवार्ड का डॉल्बी हाल तालियोंसे गूंज उठा था ! क्योंकि यह गीत पिछले कई महीनों से लोगों को सुनाई दे रहा था। 95वें एकेडमी अवार्ड में पहली बार भारतीय फिल्म को उसकी मौलिकता के दम पर स्वीकार किया गया है। बताने वाली बात है कि इससे पूर्व सन 2009 में गीत "जय हो..." के लिए गीतकार गुलजार और संगीतकार रहमान को भी ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है किंतु वो फिल्म- जिसके लिए उनको सम्मान मिला-'स्लम डॉग मिलेनायर'- वो ब्रिटिश निर्मित फिल्म थी। भारतीय फिल्मों के मशहूर फिल्मकार सत्यजीत रे और 'गांधी' फिल्म के लिए भानु अथैया ( बेस्ट कॉस्च्यूम) को भी ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है लेकिन उनको मिला सम्मान ऑनरेरी था। इसी फिल्म के लिए रसालपुकुटी को मिला ऑस्कर सम्मान भी ऐसा ही था।

पिछले कई वर्षों से पूरा साउथ (तेलुगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़) फिल्म उद्योग पूरे भारत पर छाया रहा है। उनके सितारे क्षेत्रीयता से बाहर निकलकर पैन इंडिया के सितारे बन गए हैं और आज वे राष्ट्रीय छवि के सितारे स्वीकार किए जा चुके हैं। ऐसे में दर्शकों का 'नाटू नाटू' की ताल पर थिरकना उनकी इंडस्ट्री के लिए सोने पे सुहागा हो गया है। हो भी क्यों न... बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' भले ही कितनी कमाई के ढोल पीट रही हो, फिल्म के गीत 'बेशरम रंग' ने मुम्बईया निर्माताओं को लोगों की नजरों से उतार दिया है। कहां भगवा रंग के नंगे गाउन में जिश्म दर्शन कराती दीपिका पर फिल्माया गया गीत "बेशरम रंग" और कहां अंग्रेजी हुकूमत से टकराते- ताल से ताल मिलाते रामचरन और जूनियर एनटीआर पर फिल्माया गया गाना "नाटू नाटू"...! है कोई कम्परिजन?

दरअसल क्वालिटी ही सबकुछ है जो दक्षिण की इंडस्ट्री देती है और बॉलीवुड यहीं चूक जाता है। एक "नाटू नाटू" गीत पर वह 19 महीना लगा देते हैं। उसके स्टेप्स को गाना रिलीज के 24 घंटे में 17 मिलियन व्यूअर्स मिल जाते हैं और 2 महीने में 200 मिलियन। यह गीत पूरे देश मे क्रेज बन जाता है। भले ही हिंदी में उसका रूपांतरण 'नाच नाचो' के रूप में सामने आया हो, उस गीत की आत्मा ही उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर 'मौलिक गीत' की श्रेणी में खड़ा करती है।
ज्ञातव्य है कि 'नाटू नाटू' गाने को बनाने में फिल्मकार एस एस राजामौली, संगीतकार एम एम कीरावानी, गीतकार कनुकन्तला सुभाषचंद्र बोस, नृत्य निर्देशक प्रेम रक्षित तथा गायक राहुल सिपलीगंज और काल भैरव का सम्मलित प्रयास रहा है- जिसने जू. एनटीआर और रामचरन तेजा के चेहरे को अंतरराष्ट्रीय सेल्युलाइड पर पहुंचा दिया है।
मायापुरी परिवार फिल्म 'RRR' और 'द एलिफेंट व्हीस्पर्स' की टीम को उनकी इस जीत पर बधाई देती है। हाथी मेरे साथी की भावनाओं से लवरेज आज हर भारतीय का दिल ऑस्कर जीत से उल्लासित है और उसके पैर 'नाचो नाचो' की तान पर थिरक रहे हैं, क्योंकि यह सम्मान भारत का सम्मान है !!