निर्देशक मितु भौमिक लांगे द्वारा स्थापित इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न (आईएफएफएम) की शुरूआत वर्ष 2010 में हुई थी। रचनात्मक और फिल्म निर्माण के क्षेत्र में मितु का एक शानदार कॅरियर रहा है, साथ ही इस फिल्म महोत्सव के आयोजन में भी उनकी महत्वपूर्ण और अग्रणी भूमिका रही है। स्थापना के करीब दो साल बाद वर्ष 2012 में विक्टोरियन सरकार और फिल्म विक्टोरिया बोर्ड ने आधिकारिक तौर पर महोत्सव को अपना समर्थन दिया। अपनी स्थापना के बाद से, फिल्म महोत्सव लगातार आगे बढ़ रहा है और पिछले दशकों में कुछ सबसे महत्वपूर्ण फिल्मों को भी अपनी ओर आकर्षित किया है। इतना ही नहीं महोत्सव ने उपमहाद्वीप के कुछ बड़े और मशहूर भारतीय सितारों की मेजबानी भी की है। ऐसे में वर्ष 2019 इस फिल्म महोत्सव के लिए काफी बड़ा और महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस साल यह अपनी स्थापना के एक दशक पूरे कर रहा है। इस मौके पर आगामी 8 अगस्त से 17 अगस्त तक फिल्म महोत्सव का आयोजन होगा।
गौरतलब है कि आईएफएफएम न केवल एक छोटे लेकिन ठोस और संक्षिप्त महोत्सव से मेलबोर्न के एक प्रमुख वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम के तौर पर विकसित हुआ है, बल्कि कुछ प्रमुख क्षेत्रों से इसे प्रशंसा और सम्मान भी प्राप्त हुआ है। इतना ही नहीं अब यह आधिकारिक तौर पर दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे बड़ा भारतीय महोत्सव बन गया है। अपनी स्थापना के बाद से विगत 10 वर्षों के अंतराल में इस महोत्सव में भारतीय सिने प्रेमियों और सिने जगत की हस्तियों की उपस्थिति देखने को मिली है, जिसमें अमिताभ बच्चन से लेकर प्रियंका चोपड़ा, करण जौहर, ऐश्वर्या राय बच्चन, विद्या बालन, कंगना रनौत, राजकुमार हिरानी, कबीर खान, निखिल आडवाणी, रानी मुखर्जी, सुशांत सिंह राजपूत, राजकुमार राव, फ्रीडा पिंटो, ऋचा चड्ढा, कोंकणा सेन शर्मा और अली फज़ल सहित कई अन्य हस्तियां शामिल हैं।
हर साल फिल्म महोत्सव का आयोजन एक विशेष थीम पर किया जाता है और इस साल यानी वर्ष 2019 में इस फिल्म महोत्सव के थीम के तौर पर साहस का चयन किया गया है। साहस एक ऐसा शब्द है जो, सिनेमा के लिए खास तौर पर पिछले कुछ वर्षों में पूरी तरह सच साबित हो रहा है। चाहे स्क्रीन की बात हो या बाहर की, भारतीय सिनेमा की विषय-वस्तु में कुछ ऐसी सामग्रियों का चयन किया गया है, जो बहादुर और सख्त तो हैं ही, साथ ही हमें कुछ वीर प्रतीक भी दिए हैं। ऐसे में आधुनिक सिनेमा की विषय -वस्तु में भी इस थीम को शामिल किया गया है, जिसका जश्न मेलबोर्न में आयोजित होनेवाले 10 वें भारतीय फिल्म महोत्सव में मनाया जाएगा।