आर बाल्की की नवीनतम पेशकश 'लस्ट स्टोरीज़ 2' में अंगद बेदी और मृणाल ठाकुर का फर्स्ट लुक सामने आ गया है. यह प्रोजेक्ट एक एंथोलॉजी है और इसमें दोनों कलाकार एक-दूसरे के साथ रोमांटिक जोड़ी में नज़र आएंगे और इसे विश्वनीय सूत्रों द्वारा सामने आई तस्वीरों में देख सकते हैं. दोनों की जोड़ी बॉलीवुड की फ्रेश और एक नई जोड़ी के रूप में देखा जा रहा है. उनके बीच की केमिस्ट्री साफ नज़र आ रही है.
सूत्रों का कहना है, "आर बाल्की कृत 'लस्ट स्टोरीज़ 2' में एक शॉर्ट फिल्म का निर्देशन करने से कई लोग उत्सुक हैं और अब अंगद और मृणाल की जोड़ी, जो शुरुआत से ही काफी अनोखी लग रही थी, इसमें काफी उत्सुकता जगा रही है. सेट पर मृणाल और अंगद की आपस में खूब बनती है जिसके कारण इनकी केमिस्ट्री स्क्रीन पर सुंदर नज़र आ रही है."
'एंथोलॉजी लस्ट स्टोरीज़ 2' में अंगद और मृणाल की फिल्म एक कॉमेडी ड्रामा होगी. निर्देशक और अभिनेता कामुकता के बजाय 'वासना' के भावनात्मक पहलू दर्शाने की कोशिश कर रहे है. अंगद ने घूमर में आर बाल्की के साथ भी काम किया है.
'लस्ट स्टोरीज़ 2' स्त्री और पुरुष की वासना और इच्छाओं की जटिलताओं और उसे पूरा करने के तरीकों की एक शक्तिशाली और विचारोत्तेजक प्रोबिंग और एक्सप्लोर करने की कहानी है, जिससे हमारा जीवन प्रभावित हो सकती है. यह फिल्म कहानी कहने की ताकत और जटिल तथा कठिन विषयों को सूक्ष्म और संवेदनशील तरीके से तलाशने की सिनेमा की क्षमता का प्रमाण है. अपने प्रतिभाशाली कलाकारों और प्रतिभाशाली निर्देशकों के साथ, 'लस्ट स्टोरीज़ 2' मानवीय रिश्तों की पेंचीदगियों और इच्छाओं की शक्ति की खोज में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति को अवश्य देखनी चाहिए.
आर बाल्की ने हाल ही में लस्ट स्टोरीज़ 2 में अपने योगदान के बारे में बात करते हुए यह विश्वास व्यक्त किया कि वासना किसी भी रिश्ते का एक स्वाभाविक और महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने महसूस किया कि हर किसी के लिए इस तथ्य को पहचानना महत्वपूर्ण है और वह इस सच्चाई पर एक ऐसी कहानी बनाना चाहते थे जिसे पूरा परिवार एक साथ देख सकें. वासना की कहानियों को अकेले देखने और उन्हें परिवारों के लिए असुविधाजनक बनाने के बजाय, उनका मानना था कि परिवारों को प्यार और वासना को एक साथ लाते हुए प्रस्तुत किया जा सकता है. नीना गुप्ता, मृणाल और अंगद ने इस कहानी को सरल और मनोरंजक तरीके से जीवंत किया.
कोंकणा सेन शर्मा ने भी अपनी फिल्म के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया. उन्हें एक महिला द्वारा अपने जीवन का नियंत्रण अपने हाथों में लेने और उसपर स्वतंत्रता प्राप्त करने की बात बहुत उत्साहजनक लगा जिसकी वह हकदार थी. यही वह संदेश था जिसे वह अपनी फिल्म में प्रदर्शित करना चाहती थी.