अनुभवी निर्माता आनंद पंडित ने विनम्र शुरुआत करते हुए एक रियल एस्टेट साम्राज्य खडा करने से लेकर हिंदी फिल्म उद्योग में खुद के लिए बहुत सम्मानजनक स्थान बनाया. लेकिन उनकी जिन्दगी का एक अहम हिस्सा अभी भी उनके मातृ शहर अहमदाबाद से जुडा हुआ है, जिस शहर में वह बडे हुए और जिस शहर ने उन्हें बड़े सपने देखना सिखाया था.
2019 की सबसे बड़ी बायोपिक की रिलीज़ से पहले, पंडित जो फिल्म के निर्माताओं में से एक हैं, का कहना है कि उनका एक और सपना है. आनंद पंडित कहते हैं, 'गुजरात से होने के कारण मैं उस प्रेम और प्रशंसा को जानता हूं जो राज्य के लोगों ने श्री नरेंद्र मोदी जी को दिया है. वे इस बात पर बहुत गर्व करते हैं कि एक गुजराती जो चायवाला था और फिर आगे चल कर दुनिया के सबसे प्रेरणादायक लोकप्रिय लोगों में से एक बन गया. मैं चाहता हूं कि फिल्म का गुजराती संस्करण भी हो और जल्द ही सभी मोदी-प्रेमियों के लिए यह आएगा.”
फिल्म का पोस्टर 23 भाषाओं में जारी किया गया था और शायद यह एक संकेत है कि पंडित का पीएम नरेंद्र मोदी को गुजराती में रिलीज करने का सपना जल्द ही एक वास्तविकता बन सकता है.
आनंद पंडित के खाते में फिल्मों की एक शानदार सूची है और वे एक शानदार निर्माता हैं. इस सूची में ‘टोटल धमाल’, 'बाजार', 'प्यार का पंचनामा 2', 'सत्यमेव जयते', 'सरकार 3', 'मिसिंग”, ‘ग्रेट ग्रैंड मस्ती' और 'बत्ती गुल मीटर चालू' जैसी फिल्में शामिल है.