बॉलीवुड गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar), जो अपने उदार और प्रगतिशील विचारों के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने हिंदू समुदाय की सराहना करते हुए कहा कि "हिंदू संस्कृति और परंपरा के कारण भारत में लोकतंत्र मौजूद है". कवि ने मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे द्वारा आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम में बोलते हुए यह बयान दिया.
'हिंदू उदार और बड़े दिल वाले हैं'
अख्तर ने समाज में बढ़ती असहिष्णुता पर भी चिंता जताई. उन्होंने रेखांकित किया कि हालांकि हमेशा कुछ असहिष्णु व्यक्ति रहे हैं, एक समुदाय के रूप में हिंदुओं को आमतौर पर परोपकारी और खुले दिल वाले अद्भुत गुण के रूप में देखा जाता है. उन्होंने इस गुणवत्ता को बनाए रखने और कुछ अन्य लोगों द्वारा प्रदर्शित असहिष्णुता को न अपनाने के महत्व पर जोर दिया. इसके अलावा, उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीयों ने हिंदुओं के जीवन जीने के तरीके से सीखा है और कोई भी इसे नहीं छोड़ सकता है.
'राम और सीता की भूमि पर जन्म लेने पर गर्व'
जावेद अख्तर, जो खुद को नास्तिक कहते हैं, ने यह भी कहा कि उन्हें भगवान राम और देवी सीता की भूमि पर पैदा होने पर गर्व है. इसके अलावा, उन्होंने कार्यक्रम में 'जय सिया राम' का नारा लगाया और कहा कि 'रामायण भारत की सांस्कृतिक विरासत है.' उन्होंने बॉलीवुड की कल्ट फिल्म 'शोले' का उदाहरण भी दिया और कहा कि अगर फिल्म आज रिलीज होती तो मंदिर के अंदर हेमा मालिनी और धर्मेंद्र के डायलॉग पर बड़ा विवाद हो सकता था.