जॉन अब्राहम बनाएंगे कैब ड्राइवर से एंटरप्रेन्योर बनीं रेवती रॉय की बायोपिक (Revathi Roy Biopic)
बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम (John Abraham) बहुत जल्द एंटरप्रेन्योर रेवती रॉय की बायोपिक (Revathi Roy Biopic) बनाने जा रहे हैं। खबर है कि जॉन अब्राहम इस बायोपिक को को-प्रोड्यूस करेंगे। बता दें कि रेवती रॉय ने एशिया की पहली महिला टैक्सी सेवा 'हे दीदी' की शुरुआत की थी। जॉन की जेए एंटरटेनमेंट, रोब्बी ग्रेवाल की रेड फिल्म्स और अनिल बोहरा की व्यंका एंटरटेनमेंट मिलकर रेवती रॉय की बायोपिक (Revathi Roy Biopic) प्रोड्यूस कर रहे हैं। अभी इस फिल्म का प्री प्रोडक्शन का काम चल रहा है। फिल्म का डायरेशन भी रोब्बी ग्रेवाल ही करेंगे।
जॉन अब्राहम प्रोड्यूस करेंगे फिल्म
बायोपिक (Revathi Roy Biopic) को लेकर अपनी खुशी जाहिर करते हुए जॉन अब्राहम ने कहा, मुझे इस बात की खुशी है कि हम रेवती रॉय की बायोपिक (Revathi Roy Biopic) का निर्माण कर रहे हैं। ये कहानी सर्वश्रेष्ठ उद्यमी की रोमांचक यात्रा बेहद नाटकीय निजी जीवन से भरपूर है। रेवती की यात्रा एक जीवंत, मजाकिया और उत्साही महिला के तौर पर रही हैं, जो फीनिक्स (अमरपक्षी) की तरह तमाम बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ती गईं। वो निरंतर महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही हैं।
स्वाति लोढ़ा की किताब पर बनेगी फिल्म
फिल्म की कहानी को स्वाति लोढ़ा द्वारा लिखी गई किताब हू इज रेवती रॉय से रूपांतरित किया गया है। रेवती ने बायोपिक (Revathi Roy Biopic) के बारे में कहा, “मुझे खुशी है कि जॉन, रोब्बी और अनिल ऐसी कहानी को दिखाने के लिए एक साथ आए हैं। जो सिर्फ मेरी नहीं बल्कि मौका मिलने वाली प्रत्येक महिला की है। हर महिला एक योद्धा कि तरह पैदा होती है और उन्हें दिया गया कोई मौका बेकार नहीं जाता। जरूरत है तो उन्हें बस एक ऐसा माहौल देने की जिसकी बदौलत वो उड़ान भर सकें। एक छोटे स्तर पर मैं और मेरी टीम ने यही किया है”।
महिला टैक्सी सर्विस ‘हे दीदी’ की CEO हैं रेवती
रेवती को पति की मौत के बाद कहीं नौकरी नहीं मिल रही थी। जिसके बाद उन्होंने अपना खुद का काम शुरु करने का फैसला किया। बहुत छोटे लेवल पर उन्होंने अपने काम की शुरुआत की। और आज स्टार्टअप की दुनिया में वो सबके लिए एक बड़ा उदाहरण हैं। वो महिला टैक्सी सर्विस ‘हे दीदी’ की सीईओ हैं। उन्हें ड्राइविंग बहुत पसंद है और इसे ही उन्होंने अपना करियर बना लिया। इतना ही नहीं, उन्होंने दूसरी महिलाओं को भी ड्राइविंग सिखाकर इसे एक कामयाब बिजनेस के रूप में तब्दील कर दिया। उनके इस स्टार्टअप में हर पोजीशन पर सिर्फ महिलाएं ही काम करते हैं।