कलिंगा विश्वविद्यालय ने सुनील पाराशर को सम्मानित किया

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By Mayapuri Desk
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कलिंगा विश्वविद्यालय ने सुनील पाराशर को सम्मानित किया

कलिंगा विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ की प्रतिभाओं के लिए भव्य फिल्म महोत्सव व अवार्ड नाइट का आयोजन अगस्त में करने जा रहा है जिसकी तैयारी जोरों पर है. इसमें फिल्म फेस्टिवल व फिल्म से जुड़ी हस्तियों को अवार्ड दिया जाएगा. इस सिलसिले में हाल ही में नई दिल्ली से आये क्रिएटिव फिल्म डायरेक्टर, फिल्म समीक्षक व  पत्रकार डॉ सुनील पाराशर से एक अहम मुलाकात हुई. बैठक के दौरान फ़िल्म फेस्टिवल  से जुडे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई यह कहना था विश्व विद्यालय के कुलसचिव डॉ संदीप गांधी का. उन्होंने आगे  बताया की डॉ पाराशर फिल्मों, टीवी सीरियल व शार्ट फिल्मों  से जुडे  हैं इसलिए विशेषतौर पर उन्हें बुलाया गया. इस अवसर पर  फैकल्टी ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट से  जुडी डॉ जैस्मिन जोशी ने सुनील पाराशर का स्वागत  किया.

कुलसचिव डॉ संदीप गांधी ने अतिथि और विश्वविद्यालय के विभाग के सदस्यों की उपस्थिति में कलिंगा विश्वविद्यालय फ़िल्म महोत्सव के आयोजन पर विस्तृत चर्चा की. संदीप गांधी ने कहा कि अवार्ड नाइट का भव्य आयोजन अगस्त में किया जाएगा यह पहली बार है कि कलिंगा विश्वविद्यालय फिल्म निर्माण के छात्रों के लिए इस तरह का आयोजन करने जा रहा है इस फिल्म फेस्टिवल में बॉलीवुड और फिल्म इंडस्ट्री की बड़ी-बड़ी नामी हस्तियां शामिल होंगी और सुनील पराशर को भी इस फेस्टिवल का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया गया है.  इस अवसर पर सुनील पाराशर ने कहा कि फिल्में हमें केवल मनोरंजन ही नहीं देती बल्कि शिक्षा भी देती हैं हमारी फिल्में हमारे देश की अमूल्य धरोहर है, इस तरह के फिल्म फेस्टिवल युवाओं का मार्गदर्शन करती हैं वह उन्हें कुछ नया करने के लिए प्रेरित करते  हैं. आज  फिल्मो के बाजार में हर रोज नयी तकनीक आ रही है अगर पहले कि फिल्मों की बात करें तो मदर इंडिया मुगल ए आजम,  पाक़ीज़ा कागज के फूल, हकीकत, बूट पॉलिश ,गाइड, सदमा दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे  इतिहास बना गई है

और हाल ही में रिलीज़  पठान ने जो इतिहास बनाया है वो किसी से छुपा नहीं है और वही इतिहास ऑस्कर अवार्ड में देखने को मिला जहां भारत ने कई ऑस्कर अवार्ड जीते इसको देखते हुए लगता है की इस क्षेत्र में युवाओं को और आगे आना चाहिए और नई कहानियां और नया कांसेप्ट लेकर फिल्में बनानी चाहिए. इस अवसर पर सुनील पराशर को कुलसचिव डॉ संदीप गांधी ने स्मृति चिन्ह भेंट किया अंत में संजय गांधी ने कलिंगा विश्वविद्यालय के विषय में बताते हुए कहा की हमारा संस्थान मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान है जहां नव विचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कराना हमारा उद्देश्य है विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और सत्यापन परिषद द्वारा बी प्लस मान्यता प्रदान की गई है यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है सभी प्रोफेसर का उद्देश्य है छात्रों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दी जाए जिससे छात्र अपना लक्ष्य प्राप्त कर सके और देश का नाम ऊंचा कर सके. इस कार्यक्रम का आयोजन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग और फिल्म निर्माण विभाग ने किया जिसमें प्राध्यापक शेख अब्दुल कादिर, तुहिना चौबे, गीतिका ब्रह्मभट्ट और मोहम्मद यूसुफ रिजवी ने अपने विचार प्रकट किये.

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